पुस्तक ‘नया भारत: मोदी दृष्टि और विकास का विमोचन’

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नई दिल्ली : कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में को पत्रकार और साहित्यकार श्री रवि पाराशर की पुस्तक ‘नया भारत: मोदी दृष्टि और विकास’ का विमोचन भारत सरकार के पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रसार भारती के चेयरमैन श्री नवनीत सहगल ने किया। पुस्तक के अंग्रेजी अनुवाद का भी इस मौके पर विमोचन किया गया। अनुवाद डॉ. शबीना शेख औऱ डॉ. केशव पटेल ने किया है।

बुधवार को हुए विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि देश बदल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने विकास के कई प्रतिमान गढ़े हैं। उनके कार्यकाल में अभी तक वह हुआ है, जो 70 वर्षों में नहीं हुआ। श्री शेखावत ने कहा कि आज विकास का लाभ जन-जन तक पहुंच रहा है। मोदी सरकार की प्राथमिकता है कि सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के आखिरी व्यक्ति तक पहुंचे।

उन्होंने कहा कि नकारात्मक राजनीति के बीच सकारात्मक चर्चा करना और सही को सही, अच्छे को अच्छा लिखने का साहस कम ही लोग कर पाते हैं। श्री रवि पाराशर ने यह काम किया है, तो वे बधाई के पात्र हैं। केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री ने कहा कि देश में राजनीतिक विरोधी भले मोदी सरकार के काम की आलोचना करें, मगर वैश्विक मंचों पर मोदी सरकार के कामकाज की सराहना होती है।

उन्होंने कोरोना काल में मोदी सरकार के काम और आतंकवाद के विरुद्ध सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष ने उन मौकों पर भी नकारात्मक राजनीति ही की। श्री शेखावत ने कहा कि पहले गरीबी हटाओ के नारे बहुत लगते थे, मगर उस पर काम कभी नहीं होता था। अब सरकारी तंत्र में पूरी तरह पारदर्शिता है। अब हर गरीब तक सरकारी योजनाओं का लाभ शत प्रतिशत पहुंचता है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक भारत में विकास की दिशा में उठाए गए कदमों और देश के भविष्य की संभावनाओं को समझने का महत्वपूर्ण साधन है।

इस मौके पर प्रसार भारती के चेयरमैन श्री नवनीत सहगल ने कहा कि रवि पाराशर की पुस्तक ‘नया भारत: मोदी दृष्टि और विकास’ न सिर्फ मोदी सरकार की नीतियों पर सकारात्मक टिप्पणियां की गई हैं, बल्कि लेखक ने अपनी ओर से सुझाव देते हुए टिप्पणियां भी की हैं।

इस अवसर पर लेखक श्री रवि पाराशर ने पुस्तक की लेखन प्रक्रिया और प्रेरणा के बारे में अपने विचार साझा किए। अनुवादकों सुश्री डॉ. शबीना शेख और श्री केशव पटेल ने भी अपने अनुभव साझा किए और बताया कि किस प्रकार यह पुस्तक भारत की जड़ों और भविष्य के दृष्टिकोण को जोड़ती है।

इस आयोजन में डॉ. सुरेंद्र सिंघल और तनुल सिंघल समेत कई साहित्य प्रेमी, बुद्धिजीवी और श्री गोविंद सिंह, श्री राजकुमार सिंह, सुश्री सर्जना शर्मा, श्री खुशदीप, श्री ब्रह्म प्रकाश दुबे, श्री अवनींद्र कमल समेत कई वरिष्ठ मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे। प्रकाशक किताबवाले के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री प्रशांत जैन ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह पुस्तक केवल विचारों का आदान-प्रदान नहीं, बल्कि नई सोच का प्रारंभ है। कार्यक्रम का संचालन श्री केशव पटेल ने किया।

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