भावेश पांडेय
आज कुशीनगर के बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी फाउंडेशन, बुद्ध पीजी कॉलेज, और नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ यूथ द्वारा आयोजित “पालि: भारत की शास्त्रीय भाषा और बुद्ध की विरासत” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अनिर्बान गांगुली जी की प्रेरणादायक उपस्थिति रही। उनके साथ मंच साझा करते हुए श्री शिवानंद द्विवेदी जी, श्री अमृतांशु जी, और डॉ. शैलेन्द्र जी जैसे विद्वानों के साथ रहने को मिला। इस संगोष्ठी ने पालि भाषा की महत्ता, उसकी ऐतिहासिक विरासत, और भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को नई दृष्टि से समझने का मार्ग प्रशस्त किया।
ऐसे आयोजन भारत की सांस्कृतिक और बौद्धिक धरोहर को संरक्षित और प्रचारित करने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस प्रेरक आयोजन के लिए सभी को हृदय से धन्यवाद।