हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के कारण सोशल मीडिया पर अमेजॉन के बायकॉट की मुहिम शुरू हो गई है। इस बार इस अभियान की कमान योगगुरु बाबा रामदेव के हाथों में है। बाबा ने #अमेजनमाफीमांगे, #AmazonInsultsHindu जैसे हैशटैग के साथ अपने ट्विटर हैंडल पर कंपनी के खिलाफ कई सवाल उठाए हैं।
अमेजॉन की ऑनलाइन सूची में हिंदू देवताओं की तस्वीर वाले टॉयलेट सीट कवर, योगा मैट, कपड़े के जूते, कालीन और अन्य उत्पाद दिख रहे थे। यह खबर सामने आते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। ट्विटर पर हजारों प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। थोड़े ही वक़्त में कंपनी के खिलाफ 24,000 से ज्यादा ट्वीट किए गए।
‘बायकॉट अमेजॉन’ ट्विटर पर सबसे अधिक ट्रेंड कर रहा था। कुछ लोगों ने अपने ट्वीट में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी टैग किया, ताकि अमेजॉन पर दबाव बनाया जा सके। बाबा रामदेव सहित सभी लोगों का कहना है कि हिंदू धर्म के अपमान के लिए कंपनी पर कार्रवाई होनी चाहिए। उधर, अमेजॉन का कहना है कि उसके सभी विक्रेताओं को कंपनी के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए। जो ऐसा नहीं करता, उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। कंपनी के मुताबिक, जिन उत्पादों को लेकर सवाल उठाया जा रहा है, उन्हें ऑनलाइन स्टोर से हटाने का काम शुरू हो चुका है।
बाबा रामदेव ने अपने ट्वीट में अमेजॉन पर मौजूद उत्पादों की फोटो भी शेयर की है, जिसमें हिंदू देवी-देवताओं वाले टॉयलेट सीट कवर, जूते आदि नज़र आ रहे हैं। बाबा के ट्वीट को 11 हजार के आसपास लाइक मिले हैं, जबकि लगभग सात हजार बार उसे रीट्वीट किया गया है। इसके अलावा डेढ़ हजार लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें से अधिकांश में कंपनी के खिलाफ गुस्सा है।