वशिष्ठ ने कहा कि तिब्बत की मुक्ति साधना में शोध व विकास प्रभाग का प्रथम कार्य विश्व समुदाय को तिब्बत की आजादी के लिए शत्रु –संघर्ष में अपना मुखर योगदान देने के लिए पूर्ण जन जागरण करना होगा ताकि चीन तिब्बत छोड़ के भाग जाये
भारत तिब्बत समन्वयक संघ ने प्रान्त संयोजक (शोध व विकास प्रभाग), हिमाचल प्रान्त, उत्तर क्षेत्र, का दायित्व ज्योतिर्विद मुनीष कुमार वशिष्ठ को प्रदान किया | पहले इस दायित्व का निर्वहन डा. सचिन कुमार श्रीवास्तव, सहायक आचार्य, गणित विभाग, हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला कर रहे थे | उनको राष्ट्रीय सह संयोजक (शोध व विकास प्रभाग) भारत तिब्बत समन्वयक संघ का नवीन दायित्व प्रदान हुआ है |
श्री वशिष्ठ हिमाचल प्रदेश के जिला काँगड़ा के गांव हरिपुर के मूल निवासी हैं और ज्योतिर्विज्ञान, समाजशास्त्र और मानव संसाधन विषय के ज्ञाता है, वर्तमान में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पर शोध कार्य कर रहे हैं | श्री वशिष्ठ भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद, चेन्नई के आजीवन सदस्य है और भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद के धर्मशाला चैप्टर के समन्वयक है | श्री वशिष्ठ सरकारी और कारपोरेट सेक्टर का 30 वर्षों का लम्बा अनुभव रखते है | वर्तमान में हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय में अनुभाग अधिकारी के पद पर कार्यरत है |
इसके साथ भारत तिब्बत समन्वयक संघ ने डा. संजय कुमार, पोस्ट डॉक्टरल फैलो, शिक्षा विभाग , हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय को सह – संयोजक, ( शोध व विकास प्रभाग) हिमाचल प्रान्त, उत्तर क्षेत्र का दायित्व प्राप्त हुआ है | डॉ संजय कुमार जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश के मूल निवासी है और शिक्षा शास्त्र के विद्वान है और पिछले कई वर्षों से स्थानीय परम्पराओं व मामलो के क्षेत्र में शोध कार्य कर रहे है |इस संबंध में डा. सचिन कुमार श्रीवास्तव, राष्ट्रीय सह संयोजक (शोध व विकास प्रभाग), भारत तिब्बत समन्वयक संघ ने बताया कि श्री मुनीष कुमार वशिष्ठ की तिब्बती मामलो की सक्रियता और सूझ बूझ के साथ काम करने की उनकी सहयोगात्मक शैली से अवश्य ही भारत तिब्बत के सन्दर्भ में शोध और विकास प्रभाग, हिमाचल प्रान्त में नवीन कार्य और अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे | उन्होंने कहा कि डॉ संजय कुमार का शोध के क्षेत्र में लम्बा अनुभव अवश्य ही शोध व विकास प्रभाग, भारत तिब्बत समन्वयक संघ को एक नई दिशा प्रदान करेगा |
इस अवसर पर श्री वशिष्ठ ने कहा कि तिब्बत की मुक्ति साधना में शोध व विकास प्रभाग का प्रथम कार्य विश्व समुदाय को तिब्बत की आजादी के लिए शत्रु –संघर्ष में अपना मुखर योगदान देने के लिए पूर्ण जन जागरण करना होगा ताकि चीन तिब्बत छोड़ के भाग जाये| उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक शक्ति के केन्द्र भारत के लिए तिब्बत की आजादी बहुत ही महतवपूर्ण है| बाबा भोलेनाथ और भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को आत्मसात कर शत्रु शमन कर विश्व शांति स्थापित करने का जो संकल्प भारत तिब्बत समन्वयक संघ का है उसे हम सफल बनायेंगे | तिब्बत मुक्ति –यज्ञ को परिणाम तक पंहुचने के लिए शोध व विकास प्रभाग इस क्षेत्र में नयी संभावनाये तलाशने का कार्य करेगा |
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