बृजेश श्रीवास्तव
इंद्रेश जी ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि हमें स्वयं के बारे में चिंतन करना चाहिए कि हमारे गुण और दोष क्या हैं? हम अपने मूल्यों और संस्कारों से कैसे भटक रहे हैं? हम अपने पारम्परिक ज्ञान का अनुसरण क्यों नहीं कर रहें है? इन सभी प्रश्नों के जब हमें उत्तर मिलेगें तो हम स्वयं ही समस्या के समाधान बन जाएगें
समाजिक संस्था दैन्यम् आराध्यम् और मेडिवेज हेल्थ फाउंडेशन की तरफ से कोविड 19 को लेकर एक संवाद सत्र का आयोजन किया गया । नई दिल्ली के रफी मार्ग पर स्थित कॉस्टीट्यूशन क्लब में ‘चिंता से चिंतन तक…स्वस्थ्य समाज का निर्माण’ विषय पर आयोजित इस संवाद सत्र में देश भर से कई गणमान्य बुद्धिजीवियों ने अपने विचार रखे।
कार्यक्रम का संयोजन दूरदर्शन समाचार के वरिष्ठ पत्रकार मनीष बाजपेई ने किया । कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रुप में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री इंद्रेश जी भी मौजूद रहे। श्री इंद्रेश जी ने कोविड-19 समस्या पर अपने विचार रखते हुए कहा कि हमें समस्या के मूल में जाने की जरुरत है, आखिर समस्या पैदा कैसे हुई?
संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्रीमान इंद्रेश जी ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि हमें स्वयं के बारे में चिंतन करना चाहिए कि हमारे गुण और दोष क्या हैं? हम अपने मूल्यों और संस्कारों से कैसे भटक रहे हैं? हम अपने पारम्परिक ज्ञान का अनुसरण क्यों नहीं कर रहें है? इन सभी प्रश्नों के जब हमें उत्तर मिलेगें तो हम स्वयं ही समस्या के समाधान बन जाएगें। कोरोना महामारी को लेकर श्री इंद्रेश जी ने अपने विचारों के माध्यम से एक व्यापक चित्र खींचते हुए वैक्सीनेशन को लेकर कहा कि देश एक विशाल लक्ष्य को प्राप्त कर चुका है और यात्रा अभी चल रही है। सरकार को इसके लिए धन्यवाद लेकिन पूर्ण रुप से टीकाकरण के लिए समाज को भी इसमें अपनी जागरुकता दिखानी होगी । अपने संबोधन के अंत में उन्होनें दैन्यम् आराध्यम् संस्था और मेडिवेज हेल्थ फाउंडेशन को इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए अपनी शुभकामना दी और भविष्य में ऐसे प्रयासों की पुनरावृत्ति करने की सलाह भी दी ।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा कि कोविड टीकाकरण को लेकर जिस तरह से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने एक विशाल लक्ष्य को तय किया है, वो निश्चित रुप से सरकार की समाज के प्रति जवाबदेही को दर्शाती है लेकिन यात्रा चल रही है और इस पर पूर्ण रुप से विजय पाने के लिए समाज के एक एक व्यक्ति को इसमें अपनी सक्रिय भूमिका निभानी होगी।
उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष कैप्टन विकास गुप्ता ने कार्यक्रम में बोलते हुए देश और दुनिया के सामने उपस्थिति इस अभूतपूर्व समस्या को देश के विकासक्रम से जोड़ा। गांव, किसान और ग्रामीण जीवन की अच्छी समझ रखने वाले कैप्टन विकास गुप्ता ने कोरोना महामारी के दौरान हुए अनुभवों से कार्यक्रम में उपस्थित महानुभावों को परिचित करवाया। कार्यक्रम में हेल्थ पार्टनर के रुप में उपस्थित हुए नियो हॉस्पिटल नोएडा के निदेशक डॉ. गुलाब गुप्ता ने जहां एक तरफ कोरोना महामारी के रोकथाम के लिए सरकार के प्रयासों को सकारात्मक बताया वहीं दूसरी तरफ समाज की जवाबदेही को भी तय करने के लिए कहा। समाज के प्रत्येक व्यक्ति के सम्पूर्ण रुप से टीकाकृत होने में समाज का व्यक्ति लापरवाही कर रहा है । कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लेने में कई लोग जागरुकता नहीं दिखा रहे हैं । अगर ये तस्वीर हमारे सामने दिख रही है तो फिर ऐसे लोगों के विरुद्ध सरकार को कड़ी कारवाई करनी चाहिए। प्रसिद्ध समाज सेवी डॉ. गुलाब गुप्ता ने कहा कि ये जंग सम्पूर्ण रुप से तब ही जीती जा सकती है जब समाज का एक एक व्यक्ति जुड़ेगा। बरेली के खुशलोक हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. विनोद पागरानी ने भी कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रुप में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और कार्यक्रम संयोजन के लिए दैन्यम् आराध्यम् और मेडिवेज़ हेल्थ फाउंडेशन संस्था का हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया ।
हिन्दुस्तान समाचार पत्र के कार्यकारी संपादक श्री प्रताप सोमवंशी ने कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थिति रह कर अपने विचार व्यक्त किए। पत्रकारिता जगत के अपने अनुभव और स्वंय के कुछ द्रष्टान्तों को सामने रखते हुए श्री सोमवंशी ने कोरोना महामारी को लेकर समाज में किए जा रहे प्रयासों को एक तरफ जहां सराहा वहीं कुछ त्रुटियों की तरफ ध्यान भी देने की जरुरत पर बल दिया। श्री सोमवंशी ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए दैन्यम् आराध्यम् संस्था और मेडिवेज हेल्थ फाउंडेशन को धन्यवाद भी दिया ।संवाद सत्र में एक बात जो मुख्य रुप से सामने निकल कर आई कि सरकार के साथ और स्वास्थ्य जगत के साथ मिलकर व्यवसायिक जगत ने इस आपदा में तिहरी जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने स्वास्थ्य जगत की मदद से अधिकतम मानवसंसाधन को सुरक्षित तो रखा ही। साथ ही सरकार की अपील पर हर कदम पर मदद के लिए मोर्चे पर मौजूद रहा। हालात संभलते ही देश की अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से तेज रफ्तार पर डाल दिया है। सरकार, व्यवसायिक जगत और स्वास्थ्य जगत के अटूट बंधन ने देश को एक नई दिशा दिखाई है कि कैसे कंधे से कंधा मिलाकर संकट से उबरा जा सकता है। देश में कोरोना की दोनों लहर में दुखद जनहानि हुई, लेकिन राहत की बात ये रही कि महामारी ने हमें सरकार, समाज और स्वास्थ्य जगत के मानवीय चेहरे से रुबरु कराया।
मेडिवेज हेल्थ फाउंडेशन की तरफ से अनुराग श्रीवास्तव, बृजेश श्रीवास्तव और विकास पालीवाल ने अतिथियों का स्वागत किया गया।मीडिया पार्टनर के तौर पर न्यूज इँडिया 24*7 चैनल के एडीटर इन चीफ सरफराज सैफी ने पुष्प गुच्छ देकर श्रीमान इंद्रेश जी को सम्मानित किया।संवाद सत्र के अंत में कार्यक्रम संयोजक मनीष बाजपेई ने सभी अतिथियों के साथ इफको संस्था का हार्दिक धन्यवाद दिया जिनके सहयोग से ये कार्यक्रम संपन्न हुआ। संवाद सत्र में सामाजिक कार्यकर्ता और व्यवसायी रुमान मलिक ने भी अपना सक्रिय सहयोग दिया और मुख्य वक्ता श्रीमान इंद्रेश जी का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन एंकर सुश्री अंजु सिंह ने किया । कार्यक्रम का समापन सुश्री सुवर्ण पद्मा के राष्ट्रगान के साथ हुआ। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों ने दैन्यम् आराध्यम् और मेडिवेज हेल्थ फाउंडेशन को कार्यक्रम आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और भावी कार्यक्रम के लिए शुभकामनाएं व्यक्त की ।