भाजपा ने आज राजस्थान चुनाव आयोग से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नामांकन पत्र के शपथपत्र में दो मुकदमों की जानकारी छुपाने के संबंध में शिकायत की है। पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य मुख्य चुनाव अधिकारी प्रवीण गुप्ता को ज्ञापन सौंप कर इस मामले में कार्रवाई करने का आग्रह किया। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री पर दोनों ही मुकदमें गंभीर मामले के हैं।
शिकायत पत्र में आरोप लगाया गया कि गहलोत के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े समेत दो आपराधिक केस दर्ज हैं, लेकिन, नामांकन पत्र के साथ पेश शपथ पत्र में इसकी जानकारी छिपाई गई है। भाजपा का आरोप है कि एक केस जमीन घोटाले से संबंधित है, जबकि दूसरा दुष्कर्म और यौन हिंसा से संबधित है। भाजपा ने गहलोत को लोकप्रतिनिधित्व कानून के तहत दोषी मानते हुए चुनाव आयोग से उनका नामांकन पत्र खारिज करने की मांग की है।
शेखावत ने कहा- गहलोत के खिलाफ जमीन घोटाले से जुड़ा एक मामला 08 सितम्बर 2015 को जयपुर के गांधीनगर थाने में भाारतीय दंड संहिता की धारा 166, 409, 420, 467, 468, 471 और 120बी के तहत एफआईआर दर्ज है। वर्तमान में यह प्रकरण अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट के समक्ष विचाराधीन है। इसमें आगामी तारीख 24 नवंबर है। इसी प्रकार एक अन्य प्रकरण रेप और यौन हिंसा जैसी संज्ञेय धाराओं में दर्ज है। इसकी जानकारी नामांकन पत्र के साथ पेश शपथ पत्र में नहीं दी गई, जबकि ये जानकारी देना अनिवार्य था।