जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने आज दुबई में कॉप-28 पर भारत मंडप का उद्घाटन किया। इस मंडप की थीम वसुधैव कुटुम्बकम है, जो वैश्विक पर्यावरण के प्रति उत्तरदायित्व से संबंधित भारत की प्रतिबद्धता दर्शाती है। इस मंडप का उद्देश्य जलवायु कार्रवाई और नेतृत्व विशेषकर हरित हाइड्रोजन, सौर और पवन ऊर्जा सहित नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत के उल्लेखनीय प्रयासों को प्रदर्शित करना है। यादव ने अपने संबोधन में कहा है कि यह मंडप पर्यावरण के दृष्टिकोण से सतत अभ्यासों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
आधिकारिक रूप से कॉप-28 की शुरूआत हो रही है। कॉप-28 के अध्यक्ष डॉ. सुल्तान अल जबेर ने वैश्विक चिन्ताओं के बीच महत्वकांक्षी लक्ष्यों की पूर्ति में सहयोग के लिए यादव से मुलाकात की। यह बैठक जलवायु परिवर्तन से संबंधी जटिल वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भारत और अन्य देशों के बीच के सहयोगात्मक प्रयासों को प्रतिबिंबित करती है।
COP-28 की फुल फॉर्म क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस है। यह समित उत्सर्जन को कम करने और मौसम संबंधी घटनाओं से निपटने में विकासशील देशों का समर्थन करने पर केंद्रित है। यह जलवायु को लेकर UN की कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज की 28वीं बैठक का हिस्सा है, इसलिए इसे COP 28 का नाम दिया गया है। इस समित में शामिल होने के लिए UAE के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने निमंत्रण भेजा था।