आम आदमी पाटी। दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट की स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 1 अप्रैल तक की ईडी हिरासत में भेज दिया है। ईडी ने केजरीवाल की सात दिनों की हिरासत की मांग की थी।
पेशी के दौरान केजरीवाल ने खुद कोर्ट में अपनी बात रखी। उन्हें कोर्ट की तरफ से कहा गया कि वे लिखित अपना बयान जमा करा दें लेकिन अरविंद अपनी बात कहने की जिद पर अड़ गए। उन्होंने अपनी बात कहने के नाम पर एक ठीक ठाक सा राजनीतिक भाषण कोर्ट में दिया। जिसकी रिकॉर्डिंग मीडिया में लीक हुई। कहा जा रहा है कि अरविन्द कोर्ट में दिए गए अपने भाषण की चर्चा मीडिया में चाहते थे। उसे अच्छी कवरेज मिली। कांग्रेस इको सिस्टम के यू ट्यूबर्स ने उनके भाषण पर घंटों विशेष कार्यक्रम चलाए।
कोर्ट में केजरीवाल ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी राजनीतिक साजिश है, जनता इसका जवाब देगी। केजरीवाल ने कहा कि असली घोटाला तो ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ। ईडी के दो मकसद थे। एक आम आदमी पार्टी को खत्म करना। ईडी का दूसरा मकसद उगाही करना है। केजरीवाल ने कहा कि इस मामले में शरद रेड्डी ने गिरफ्तारी के बाद भाजपा को इलेक्टोरल बांड के रूप में 55 करोड़ रुपये दिए। इसके बाद शरद रेड्डी को जमानत मिल गई। जमानत कांग्रेस नेता पी चिदम्बरम को भी मिली थी।
केजरीवाल ने कोर्ट से कहा कि उन्हें किसी भी अदालत ने दोषी नहीं पाया है। ईडी जितने दिन उन्हें हिरासत में रखना चाहती है, रखे। केजरीवाल ने कहा कि ईडी और सीबीआई ने हजारों पन्नों की रिपोर्ट लगाई है। आप सभी कागजों को पढ़ेंगे तो सोचेंगे कि आखिर मुझे गिरफ्तार क्यों किया गया? केजरीवाल ने कहा कि उनका नाम चार जगह आया है बस। क्या ये बयान काफी है, एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए। जबकि दिल्ली की जनता जानती है कि अरविन्द ईडी के नोटिस से लगातार बचने की कोशिश कर रहे थे। दसवें नोटिस पर उनकी गिरफ्तारी हुई है।
एक अप्रैल को देखना दिलचस्प होगा कि अरविन्द के मामले में न्यायालय का फैसला सुनाता है!