अनिल शुक्ला
हाल के कुछ सालों में आगरा में जिस शख्सियत का एक बड़ी कथक गुरु के रूप में उदय हुआ है वह हैं ज्योति खंडेलवाल। ज्योति जी ने आगरा को कथक के क्षेत्र में अखिल भारतीय स्तर पर पहचान दिलायी है। सदर बाज़ार स्थित ‘गोपीचंद शिवहरे गर्ल्स ईंटर कालेज’ के प्रांगण में शाम के सत्र में संचालित ‘ज्योति कथक केंद्र’ की उनकी शिष्याओं ने बीते सप्ताह खजुराहो में हुए नृत्य महोत्सव के स्वर्ण जयंती समारोह में अपनी प्रस्तुति से आगरा का नाम रोशन किया है।
खजुराहो प्रति वर्ष ‘अंतर्राष्ट्रीय नृत्य समारोह’ का आयोजन करता है। इस वर्ष 20 से 26 फरवरी के बीच होने वाला महोत्सव का यह 50 वां आयोजन था जिसे ‘स्वर्णजयंती समारोह’ का नाम दिया गया। इस समारोह में एक विशाल ‘कथक कुम्भ’ का आयोजन किया गया था जिसमें भारत के विभिन्न शहरों से आये कथक के 1500 कलाकारों ने भाग लेकर ‘गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में अपने नाम अंकित किया।
‘राग बसंत’ पर आधारित कथक की इस 20 मिनट की प्रस्तुति का निर्देशन कथक गुरु पंo राजेंद्र गंगानी ने किया था। इसमें ‘ज्योति कला केंद्र’ आगरा की आकांक्षा सिंह चौहान, मंजरी शर्मा, आरती शर्मा और अजित सिंह ने गुरु ज्योति खण्डेलवाल के निर्देशन में खजुराहो पहुंचकर नृत्य में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। ‘गिनीज़ बुक’ में अपनी गौरवमयी उपस्थिति से ‘केंद्र’ के बच्चे ज़बरदस्त तरीके से उत्साहित हैं। बच्चों और ज्योति जी को आगरा का नाम रौशन करने के उपलक्ष्य में ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।