देश के विभिन्न हिस्सों में छठ पूजा धार्मिक उत्साह के साथ मनाई जा रही है लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन आज खरना का अनुष्ठान किया जायेगा । छठव्रती सूर्य देव की उपासना करने के बाद आज शाम खीर का प्रसाद ग्रहण करेंगे । इसके बाद भी उनका निर्जला उपवास जारी रहेगा। कल और परसों भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया जायेगा । अर्घ्य के माध्यम से भगवान सूर्य को चढाये जाने वाले प्रसाद ठेकुआ, मौसमी फल, पूजा सामग्री अर्पित की जाती है और लोग अपनी मन्नत के पूर्ण होने की कामना करते हैं।
छठ पर्व सूर्य देव और उनकी पत्नी उषा की अराधना के लिए किया जाता है। इस पर्व के दौरान, लोग पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए, ऊर्जा और जीवन-शक्ति के देवता सूर्य का धन्यवाद करते हैं। बिहार में उत्साह का माहौल है। इस मौके पर गाए जाने वाले पांरपरिक लोकगीतों ने इस उत्सव में चार चांद लगा दिए हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छठ पूजा के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी है। अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि छठ पर्व के अवसर पर सूर्य देव की पूजा करने और मां प्रकृति के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने की परम्परा रही है।
उन्होंने कहा कि यह पर्व नदियों, तालाबों और अन्य जल स्रोतों की पूजा का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण का संकल्प ले और कोविड-19 महामारी के फैलाव को ध्यान में रखते हुए छठ पर्व मनाये. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने छठ पर्व पर लोगों को बधाई दी है। अपने ट्वीट में उन्होंने सूर्य देवता से प्रार्थना की कि वे अपनी ऊर्जा का उपयोग देशवासियों के स्वास्थय और समृद्धि के लिए करें।
कल शाम विभिन्न नदी, तालाबों, पोखरों और अन्य छठ घाटों पर छठ व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे। वहीं सोमवार की सुबह उदय होते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ चार दिवसीय पर्व का समापन हो जायेगा।