राजधानी दिल्ली में घनी धुंध की परत छाई हुई है, क्योंकि हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। सुबह 7 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 396 दर्ज किया गया। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग-सी.ए.क्यू.एम. ने वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र-एन.सी.आर. में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान-ग्रैप के चरण-चार को लागू किया है।
ग्रैप के चरण-चार के तहत, आवश्यक सेवाओं के लिए छूट के साथ, अन्य राज्यों से केवल सी.एन.जी., इलेक्ट्रिक और बीएस-छह वाहनों को प्रवेश की अनुमति है। आयोग ने दिल्ली और आसपास के राज्यों को प्रतिबंध लागू करने का निर्देश दिया है, जिसमें सार्वजनिक परियोजनाओं के लिए निर्माण कार्य पर प्रतिबंध और सरकारी और निजी कार्यालय के 50 प्रतिशत कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देना शामिल है।
वायु प्रदूषण के मद्देनजर दिल्ली में इस महीने की 13 से 20 तारीख तक एक सप्ताह के लिए ऑड-ईवन वाहन प्रणाली लागू रहेगी। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आज भी घनी धुंध छाई हुई है और वायु गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, आज सुबह सात बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 440 दर्ज किया गया। यह सूचकांक नोएडा के लिए 429, गुरुग्राम के लिए 425 और फरीदाबाद के लिए 457 था।
इस बीच, दिल्ली के उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने स्थिति को चिंताजनक बताते हुए कल एक आपात समीक्षा बैठक की, जिसमें अंतरिम उपायों पर चर्चा की गई। बैठक में लोगों से यथासंभव घर में ही रहने की अपील करने और सार्वजनिक परिवहन का ही उपयोग करने के विकल्पों पर भी विचार किया गया। सक्सेना ने कहा कि वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए दीर्घकालिक योजना की आवश्यकता है।