राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि मणिपुर की हिंसा में सीमा पार के उग्रवादी तत्व शामिल थे। उन्होंने कहा कि मेइती और कुकी समुदाय के लोग कई वर्षों से साथ रह रहे हैं।
उन्होंने आज नागपुर में वार्षिक आरएसएस दशहरा रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में अचानक हिंसा कैसे भड़क सकती है। डॉ. भागवत ने विपरीत परिस्थितियों में हिंसा प्रभावित मणिपुर में आरएसएस कार्यकर्ताओं के काम की सराहना की। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि सरकार ने मणिपुर में शांति बहाली के लिए सब कुछ किया है। गृहमंत्री अमित शाह तीन दिनों तक स्वयं मणिपुर में रहे।
एशियाई खेलों में भारत की उपलब्धि के बारे में डॉ. भागवत ने कहा कि हमारा देश सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने अन्य बातों के अलावा अर्थव्यवस्था, डिजिटल प्रौद्योगिकी, स्टार्टअप के संदर्भ में भारत के विकास का उल्लेख किया। जाने-माने गायक और संगीत निर्देशक शंकर महादेवन इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
शंकर महादेवन ने राष्ट्र निर्माण, संस्कृति, परंपरा और अखंड भारत की विचारधारा को संरक्षण देने में आरएसएस की विचारधारा की प्रशंसा की। उन्होंने लोगों से अपने-अपने क्षेत्र में विशेष कार्यों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान की अपील की। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस भी उपस्थित थे।