शाकाहार प्रसार के लिए असम के राज्यपाल ने डॉ. कुसुम लुनिया को सराहा

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अणुव्रत आन्दोलन समाज के चारित्रिक विकास का पथ प्रशस्त करता है।यह समाज के नैतिक उत्थान का उपक्रम है। अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी का पावन आशीर्वाद मुंबई नंदनवन में प्राप्त करके मुझे आत्मतोष का अनुभव हुआ। उपरोक्त विचार श्री गुलाब चन्द कटारिया महामहिम राज्यपाल-असम ने राजभवन , गौहाटी में अणुव्रत विश्व भारती की संगठन मन्त्री डॉ. कुसुम लुनिया के साथ उपस्थित विशिष्ट प्रतिनिधि मंडल के समक्ष रखें। उन्होने आगे कहा कि अणुव्रत अमृत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में आयोज्य किसी विशिष्ट आयोजन में भी मैं उपस्थित रहने का पुरा प्रयास करूंगा। महामहिम ने 1 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के तथा अणुव्रत काव्यधारा के बैनर का विमोचन भी किया।शिष्ट मंडल के सबसे छोटे सदस्य अयान लुनिया के द्वारा अणुव्रत नियमों की पुस्तिका स्वीकार कर महामहिम ने प्रसन्न्ता व्यक्त की।इस मौके पर विशेष रूप से डॉ. कुसुम लुनिया ने अपनी पुस्तक “सीक्रेट्स ऑफ हेल्थ -द वेजिटेरियन वे “ माननीय राज्यपाल महोदय भेंट की। महामहिम ने जन जन में शाकाहार प्रसार के इस प्रयास हेतु डॉ. लुनिया की सराहना की।

इस अवसर पर अणुविभा के असम राज्य प्रभारी श्री छत्तरसिंह चोरडिया, अणुव्रत काव्यधारा के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. धनपत लुनिया, अणुव्रत समिति गौहाटी के पूर्व अध्यक्ष श्री बजरंग डोसी, वरिष्ट श्रावक श्री कन्हैया लाल बुच्चा उपस्थित थे।

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