सोशल मीडिया पर जीआइसी पवलगढ़ में शिक्षक व प्रधानाचार्य के बीच शुरू हुआ विवाद वायरल हो गया है। इस विवाद में शिक्षक व प्रधानाचार्य एसोसिएशन भी कूद पड़े हैं। दोनों एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अंग्रेजी के प्रवक्ता चंद्रशेखर बुधोड़ी ने विद्यालय के प्रधानाचार्य बीएस मनराल पर मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। शिक्षक की शिकायत के बाद राजकीय शिक्षक संघ की नैनीताल जिला इकाई ने 9 अप्रैल को प्रधानाचार्य को पत्र लिखकर वार्ता के लिए समय देने का अनुरोध किया। 12 अप्रैल की तिथि में संघ को लिखे दूसरे पत्र में स्कूल के 15 प्रवक्ता व सहायक अध्यापकों ने प्रधानाचार्य पर मानसिक उत्पीड़न की बात कही है। वहीं, प्रधानाचार्य ने शिकायती पत्र को झूठा करार देते हुए कहा है कि 12 अप्रैल को अधिकांश स्टाफ चुनाव ड्यूटी से लौट रहा था। वह खुद निर्वाचन ड्यूटी में थे। आरोप है कि मेडिकल अवकाश चल रहे शिक्षकों के भी पत्र में हस्ताक्षर हैं। प्रधानाचार्य मनराल ने इस मामले में सीईओ को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उन्होंने स्टाफ की कमियों को इंगित करता 15 बिंदुओं का पत्र भी सीईओ को भेजा है। प्रधानाचार्य एसोसिएशन ने अपर निदेशक को पत्र लिखकर प्रधानाचार्य की छवि धूमिल करने की मंशा की जांच कराने की मांग की है।
सूत्रों की मानें तो मामले को हाइप देने के पीछे राजकीय शिक्षक संघ के चुनाव को वजह बताया जा रहा है। शिक्षक नेता मामले को सुलझाने के बाद संघ के चुनाव में इसको भुनाना चाहते हैं। इसके चलते संघ के पदाधिकारी 12 व 16 अप्रैल को अलग-अलग दिन पवलगढ़ विद्यालय पहुंचे थे।