राम हमें द्वेष करना नहीं, द्वेष ख़त्म करना सिखाते है : डॉ. कृष्ण गोपाल
नीरज
नोएडा: प्रेरणा शोध संस्थान न्यास के तत्वाधान में ‘राम मंदिर से राष्ट्र का पुररुद्धार’ विषय पर एक भव्य गोष्ठी आयोजित की गई। इस गोष्ठी के मुख्य अतिथि एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि ये केवल एक मंदिर नहीं, ये लोगो की आत्मा का संरक्षण है। राम हमें द्वेष करना नही, द्वेष खत्म करना सिखाते है। गोष्ठी के संबोधित करते हुए डॉ. कृष्ण गोपाल जी ने कहा कि आगे एक लंबी यात्रा है और उसकी तैयारी हमें करनी होगी। हमारा देश विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता और संस्कृति वाला देश है।
संगोष्ठी के दौरान राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बारे में अपना अनुभव साझा करते हुए कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि एवं लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि अपने बचपन में वो राम मंदिर के निर्माण हेतु चल रहे उस संघर्षों को आँखों देखा है प्रतिकुल समय होने के बावजूद कैसे भारत के उस विश्वास के प्रति समाज का भरोसा बना रहा। मालिनी जी के मुताबिक २२ जनवरी २०२४ राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जो भी वहां उपस्थित थे उसमें मानो हमारे प्रभु श्री राम की छवि परिलिक्षित हो रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि वो अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली मानती हैं कि उन्हें राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में गीत गाने का अवसर मिला।
सूर्यप्रकाश टोंक जी ने भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अनुभवों को मंच से साझा किया और कहा कि जो उन्होंने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के समय महसूस कर रहे थे वैसा हर भारतीय ने अपने घर बैठकर भी महसूस कर रहा था और गौरवान्वित महसूस किया।
गोष्ठी के दौरान ही विचार पत्रिका एवं प्रेरणा विमर्श 2023 की स्मारिका का भी विमोचन किया गया ।
इससे पहले पहले सत्र के दौरान प्रेरणा विमर्श अथिति वक्ता मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस अथिति-वक्ता मिलन समारोह में प्रेरणा विमर्श के सभी चार संस्करणों के अतिथियों ने हिस्सा लिया एवं प्रेरणा विमर्श के इन चार सालों में उनकी सहभागिता को लेकर अपने अनुभव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल जी के साथ साझा किए। कार्यक्रम के पहले सत्र के संयोजक डॉ अनिल त्यागी एवं दूसरे सत्र के संयोजक शुभ्रांशु झा जी रहे, जबकि मंच संचालक मोनिका चौहान जी, डॉ. नीलम व डॉ. प्रियंका के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन भाऊराव देवरस विद्या मंदिर, नोएडा सेक्टर-12 के सभागार में किया गया।