एक मुस्लिम महिला ने हाल ही में एक वीडियो प्लेटफॉर्म पर खुलासा किया कि इराक, सीरिया, खोरासान और अफगानिस्तान जैसे देशों में औरतों की नीलामी एक आम बात हो गई है। ये नीलामियां भूमिगत स्थानों पर होती हैं, जहां महिलाओं को जबरन उनके बाल पकड़कर लाया जाता है और मात्र 50 डॉलर (करीब 4,250 भारतीय रुपये) में बेच दिया जाता है, जिससे मानव जीवन की कीमत का अनुमान लगाया जा सकता है।
यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब इराक में मानव तस्करी की समस्या जारी है। अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट की 2023 की रिपोर्ट में इराक को “टियर 2 वॉचलिस्ट” में रखा गया है, क्योंकि मानव तस्करी के खिलाफ प्रयासों में न्यूनतम प्रगति हुई है, जबकि संविधान में ऐसे कृत्यों पर रोक है।
औरतों की नीलामी का यह चलन आधुनिक समय तक सीमित नहीं है; इंग्लैंड में 20वीं सदी की शुरुआत तक पत्नियों की बिक्री के ऐतिहासिक उदाहरण इस समस्या की लंबी अवधि को दर्शाते हैं, हालांकि संदर्भ और पैमाना काफी अलग है।
वीडियो के सामने आने से इन क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति व्यवस्थागत दमन और कानूनी सुरक्षा की कमी पर चर्चा शुरू हो गई है, जिससे वैश्विक ध्यान और कार्रवाई की मांग बढ़ गई है।