कांग्रेस गठबंधन ने पहले न्यूज चैनल के 14 एंकरों का बहिष्कार किया। उनकी तस्वीर जारी की और उनकी जितनी बदनाम कर सकते थे, उन्होंने की। उन 14 में से सुधीर चौधरी और सुशांत सिन्हा जैसे एंकर भी थे, जिनके शो में गेस्ट बुलाए ही नहीं जाते।
अब कांग्रेस गठबंधन के प्रवक्ता आने लगे। प्रतिबंध खत्म हुआ लेकिन उनकी भाषा और अहंकार सातवें आसमान पर होता है। सुप्रिया श्रीनेत से लेकर रागिनी नायक तक तमाम प्रवक्ता सवाल कुछ पूछा जाएगा। जवाब कुछ और देंगे। कांग्रेस से कोई सवाल पूछना चाहेगा। कांग्रेस का ही इतिहास पार्टी के प्रवक्ताओं को कोई याद दिलाएगा तो वे बोलने नहीं देंगे।
आज दूरदर्शन पर देखा मैने, कांग्रेस का प्रवक्ता लगातार चिल्लाए जा रहा था। वह कोशिश कर रहा था कि शो का एंकर उसे बीच शो से बाहर निकाल दे लेकिन वह सफल नहीं हुआ। बाहर निकाल दिया जाता तो कांग्रेस इसी बात पर तमाशा करती। दूरदर्शन से जुड़ी कुछ पत्रकारों को वैसे भी खबर चाहिए होती है। वहां कुछ नहीं मिलता तो वे ‘कुछ भी’ छाप देते हैंं।
कांग्रेस गंठबंधन दर्जनों यू ट्यूबर को गोदी में बिठाकर दूसरों को दिन भर गोदी मीडिया कहलवाती हैं। दूसरी तरफ यही कांग्रेसी जिन्हें गोदी मीडिया कहते हैं, उनके चैनलों पर जाकर अपने झूठे अहंकार का प्रदर्शन भी करते हैं।
दिलचस्प है कि जिन्हें गठबंधन वाले गोदी मीडिया कहते हैं, उनके मंच पर जाकर अपना पक्ष रखकर भी आते हैं लेकिन गठबंधन ने जिन यू ट्यूबरों को अपनी गोदी में बिठा रखा है। उन्हें पत्रकारिता का सामान्य शिष्टाचार भी नहीं सिखाया कि सुबह शाम कांग्रेस गठबंधन की आरती ना किया करो। पत्रकारिता करने का ढोंग भी कर रहे हो तो दूसरे पक्ष को भी अपने यहां स्थान दो।
लेकिन कांग्रेस का शासन करने का तरीका ही यही है। मारती भी है और झुकाती भी है। सिखों का नरसंहार किया और मनमोहन सिंह जैसे विद्वान व्यक्ति को रिमोट से कंट्रोल भी किया। पंजाब में उसके बाद सरकार भी चलाई। बाबा रामदेव पर जानलेवा हमला भी करवाया और अपने किए के लिए आज तक माफी भी नहीं मांगी।
कांग्रेस सत्ता में थी तब भी अहंकारी थी और आज सत्ता में नहीं है फिर भी उसका अहंकार कम नहीं हुआ है। यह सब देश की जनता देख रही है।