दिल्ली आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जो कभी भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के प्रतीक थे, आज उनकी छवि और राजनीतिक स्थिति पर कई सवाल उठ रहे हैं। प्रदीप सिंह जी के यूट्यूब वीडियो में उनकी वर्तमान स्थिति को दयनीय बताया गया है, जो उनकी राजनीतिक यात्रा और हालिया विवादों पर प्रकाश डालता है।
केजरीवाल ने 2011 में अन्ना हजारे के साथ मिलकर भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत आंदोलन शुरू किया था। उनकी सादगी और जनता से जुड़ाव ने उन्हें दिल्ली की सत्ता तक पहुंचाया। लेकिन हाल के वर्षों में, उन पर भ्रष्टाचार के आरोप, नीतिगत असफलताएं और प्रशासनिक कमजोरियां जैसे मुद्दों ने उनकी छवि को धूमिल किया है। दिल्ली शराब नीति घोटाले में उनकी गिरफ्तारी और जमानत की लंबी प्रक्रिया ने उनके नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं।
आलोचकों का मानना है कि केजरीवाल की नीतियां, जैसे मुफ्त बिजली और पानी, केवल लोकलुभावन हैं और दीर्घकालिक विकास को नजरअंदाज करती हैं। इसके अलावा, उनकी पार्टी के भीतर आंतरिक कलह और सहयोगियों के साथ विवाद ने उनकी विश्वसनीयता को कम किया है। प्रदीप सिंह जी का वीडियो इस बात पर जोर देता है कि केजरीवाल की छवि अब एक ईमानदार नेता से बदलकर एक विवादास्पद राजनेता की हो गई है।
हालांकि, उनके समर्थक मानते हैं कि यह सब केंद्र सरकार की साजिश है। फिर भी, जनता का भरोसा कम होना और उनकी नीतियों पर सवाल उठना उनकी स्थिति को कमजोर कर रहा है। क्या केजरीवाल अपनी खोई हुई साख को पुनः प्राप्त कर पाएंगे, यह समय ही बताएगा।