डिजिटल दरबार के भोंपू: कांग्रेस के लिए नैरेटिव बुनते X के सिपाही

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सोशल मीडिया की दुनिया में कुछ X हैंडल्स ऐसे हैं, जो घंटों-घंटों कांग्रेस और इंडी गठबंधन के लिए डिजिटल ढोल पीटते नजर आते हैं। ये लोग या तो अनौपचारिक आईटी सेल के सिपाही हैं या फिर इनके ट्वीट्स के बदले मोटा माल मिल रहा है—कौन जाने?

लेकिन एक बात साफ है: इनका हर ट्वीट, हर रीट्वीट, हर हैशटैग कांग्रेस की तारीफ में कसीदे पढ़ता है, और बीजेपी के लिए इनके पास सिर्फ तंज और तिरस्कार है। नीचे दिए गए 15 हैंडल्स की पड़ताल है, जिसमें इनके एकपक्षीय राग को व्यंग्य की चाशनी में डुबोकर परोसा गया है। तथ्यों से कोई समझौता नहीं, लेकिन भाषा में थोड़ा मिर्च-मसाला जोड़ा गया है, ताकि इनके डिजिटल नौटंकी की पोल खुल सके।

@nehafolksinger: गीतों की आड़ में प्रचार
नेहा सिंह राठौर, यानी @nehafolksinger, लोकगीतों की आड़ में कांग्रेस का भोंपू बन चुकी हैं। इनके गाने बीजेपी की नीतियों पर तंज कसते हैं-बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर चुटकुले गढ़ते हुए। हाल के ट्वीट्स में यूपी की बीजेपी सरकार पर व्यंग्य और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तारीफ साफ दिखती है। बीजेपी के लिए एक अच्छा शब्द? अरे, वो तो इनके शब्दकोश में है ही नहीं! हर ट्वीट में #Berozgari जैसे हैशटैग के साथ कांग्रेस का नैरेटिव चमकता है।

50-100 लाइक्स के साथ इनका दर्शक वर्ग छोटा लेकिन निष्ठावान है। हिमाचल में कांग्रेस की लचर सरकार पर चुप्पी साधकर ये साबित करती हैं कि इनका माइक एकतरफा ही बजता है। पैसे का खेल है या दिल से भक्ति? ट्वीट्स से तो यही लगता है कि ये कांग्रेस की डिजिटल गायिका बन चुकी हैं।

@ZakirAliTyagi: रीट्वीट का रणबांकुरा
@ZakirAliTyagi का X अकाउंट कांग्रेस का डिजिटल ड्रमर है। प्रियंका गांधी और सुप्रिया श्रीनेत के ट्वीट्स को रीट्वीट करते हुए ये “बीजेपी की लूट” और “मोदी की नाकामी” जैसे जुमले उछालते हैं। द वायर जैसे पोर्टल्स की खबरें शेयर कर ये बीजेपी को कोसते हैं, लेकिन बीजेपी की सड़कें, रेलवे या विदेश नीति की तारीफ? वो इनके लिए एलियन भाषा है। सैकड़ों लाइक्स और रीट्वीट्स के साथ इनका असर सीमित लेकिन ठोस है। कांग्रेस की राजस्थान में गुटबाजी पर चुप्पी दिखाती है कि इनका एजेंडा साफ है—कांग्रेस की चमचागिरी। पैसे ले रहे हैं या बस जोश में हैं? बिना सबूत के कुछ नहीं कह सकते, लेकिन दिन में 10 ट्वीट्स की मेहनत IT सेल जैसी ही लगती है।

@VinodSharmaView: कांग्रेस का डिजिटल दर्पण
@VinodSharmaView खुद को कमेंटेटर कहते हैं, लेकिन इनका X अकाउंट तो कांग्रेस का प्रेस रिलीज डिपार्टमेंट लगता है। राहुल गांधी को ‘भावी पीएम’ बताते हुए ये बीजेपी की नीतियों को किसानों और युवाओं के खिलाफ बताते हैं। हाल के ट्वीट्स में कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो शेयर कर बीजेपी की ‘कुशासन’ की कहानी गढ़ी जाती है। आयुष्मान भारत जैसी बीजेपी की योजनाओं पर सन्नाटा! 200-300 लाइक्स के साथ इनका प्रभाव मध्यम है। लेकिन कांग्रेस की छत्तीसगढ़ में नाकामी पर एक शब्द नहीं? ये तो साफ पक्षपात है। पैसे का लेन-देन? ट्वीट्स से कोई सबूत नहीं, लेकिन हर पोस्ट में कांग्रेस का गुणगान और बीजेपी का तिरस्कार इनके “निष्पक्ष” कमेंटेटर वाले दावे को नंगा कर देता है। इनका काम है कांग्रेस के नैरेटिव को चमकाना, और वो ये बखूबी कर रहे हैं।

@Ashok_Kashmir: अकेले चलो का ढोंग
@Ashok_Kashmir का X अकाउंट कांग्रेस के लिए ‘एकला चलो रे’ का नारा देता है, जैसा कि 7 जनवरी 2025 के ट्वीट में दिखा, जहां ये कांग्रेस को इंडी गठबंधन से अलग मजबूत होने की सलाह देते हैं। बीजेपी की नीतियों, जैसे नोटबंदी, पर तंज कसते हैं, लेकिन दिल्ली में कांग्रेस की संगठनात्मक मेहनत की तारीफ करते नहीं थकते। बीजेपी की क्षेत्रीय जीत? उस पर सन्नाटा! 100-200 लाइक्स के साथ इनका असर सीमित है। पंजाब में कांग्रेस की आपसी लड़ाई पर चुप्पी इनके पक्षपात को उजागर करती है। रणनीतिक ट्वीट्स IT सेल की गंध देते हैं। इनका एकपक्षीय रवैया बीजेपी को शैतान और कांग्रेस को संत दिखाने की कोशिश है।

@dromsudhaa: विद्वता का ढोंग
@ dromsudhaa:  अपनी अकादमिक डिग्री का रौब जमाकर बीजेपी की शिक्षा नीतियों को ‘भगवाकरण’ का ठप्पा लगाती हैं, जबकि कांग्रेस की मुफ्त शिक्षा की वादों की तारीफ करती हैं। हाल के ट्वीट्स में जयराम रमेश को रीट्वीट कर बीजेपी की नीतियों को ‘बुद्धि-विरोधी’ ठहराया। NEP 2020 पर एक शब्द नहीं!

50-150 लाइक्स के साथ इनका प्रभाव सीमित है। कर्नाटक में कांग्रेस की शैक्षिक नाकामी पर चुप्पी इनके पक्षपात को उजागर करती है। पैसे का सबूत नहीं, लेकिन विद्वता की आड़ में कांग्रेस का प्रचार साफ दिखता है। ये शिक्षित वोटरों को लुभाने की कोशिश में हैं, लेकिन एकपक्षीय रवैया इनके मंसूबों को बेनकाब कर देता है।

@aditiyadav_00: युवा योद्धा का प्रचार
@aditiyadav_00, जो कांग्रेस की युवा शाखा से जुड़ी हैं, राहुल गांधी के NYAY और भारत जोड़ो यात्रा को आसमान पर चढ़ाती हैं। अग्निपथ जैसी बीजेपी नीतियों को कोसती हैं, लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों में बेरोजगारी पर चुप!

हाल के ट्वीट्स में #CongressForYouth जैसे हैशटैग के साथ कांग्रेस के कैंपेन वीडियो शेयर किए। 300-500 लाइक्स के साथ इनका प्रभाव युवाओं में मजबूत है। बीजेपी की तारीफ? वो इनके लिए सपना है। इनका युवा मोबिलाइजर का रोल IT सेल जैसा लगता है, पर शायद ये दिल से भक्ति है। फिर भी, एकपक्षीय रवैया इनके इरादों को उजागर करता है।

@garvirawat: चुपके से चमचागिरी
@garvirawat का X अकाउंट कम सक्रिय है, लेकिन पूरी तरह कांग्रेस के रंग में रंगा है। हाल के ट्वीट्स में बीजेपी की आर्थिक नीतियों की आलोचना है, लेकिन जीएसटी स्थिरीकरण जैसे बीजेपी के काम पर चुप्पी। 20-50 लाइक्स के साथ प्रभाव कम है। कांग्रेस की आंतरिक समस्याओं पर मौन पक्षपात दिखाता है। पैसे का सबूत नहीं, लेकिन चुनिंदा रीट्वीट्स नैरेटिव सेट करने की कोशिश हैं। ये शायद जमीनी समर्थक हैं, लेकिन काम वही IT सेल वाला है।

@speak000000: भोंपू नंबर एक
@speak000000 का अकाउंट बीजेपी विरोध का तोपखाना है। किसान आंदोलन, महंगाई जैसे मुद्दों पर बीजेपी को कोसते हैं, जो कांग्रेस के कैंपेन थीम से मेल खाता है। हाल के ट्वीट्स में प्रियंका गांधी की तारीफ और बीजेपी की कृषि नीतियों की बुराई। 100-200 लाइक्स के साथ प्रभाव मध्यम है। पंजाब में कांग्रेस की किसान नीति की नाकामी पर चुप्पी पक्षपात दिखाती है। रोजाना की मेहनत IT सेल जैसी है।

@Sheetal2242: चतुर चमचागिरी
@Sheetal2242 सूक्ष्म तरीके से कांग्रेस का प्रचार करती हैं। बीजेपी विरोधी खबरें शेयर करती हैं और कांग्रेस की कल्याणकारी वादों की तारीफ। 50-100लाइक्स के साथ प्रभाव सीमित है। हिमाचल में कांग्रेस की नाकामी पर चुप्पी पक्षपात दिखाती है। नैरेटिव सेट करने की कोशिश साफ है।

@PragyaLive: खबरों का नाटक
@PragyaLive न्यूज-स्टाइल में बीजेपी की आलोचना करती हैं, स्क्रॉल.इन जैसी खबरें शेयर कर कांग्रेस नेताओं को रीट्वीट करती हैं। हाल के ट्वीट्स में बीजेपी की कथित भ्रष्टाचार की कहानियां, लेकिन कांग्रेस के घोटालों पर चुप्पी। 200-300 लाइक्स के साथ प्रभाव मध्यम है। संतुलित रिपोर्टिंग की कमी पक्षपात दिखाती है। ये कांग्रेस का डिजिटल न्यूज रूम बन चुकी हैं।

@mukeshbudharwi: गठबंधन का गुणगान
@mukeshbudharwi इंडी गठबंधन की एकता के लिए प्रचार करते हैं, जैसे 11 दिसंबर 2024 के ट्वीट में ममता बनर्जी को नेतृत्व देने की सलाह। बीजेपी की रणनीतियों की आलोचना, लेकिन कांग्रेस की गठबंधन नाकामियों पर चुप। 100-200 लाइक्स के साथ प्रभाव मध्यम है। बीजेपी की तारीफ का अभाव और रणनीतिक ट्वीट्स IT सेल की गंध देते हैं।

@apnarajeevnigam: हास्य का हथियार
@apnarajeevnigam, यानी राजीव निगम, हास्य की आड़ में बीजेपी को लताड़ते हैं। हाल के ट्वीट्स में मोदी के भाषणों पर तंज, लेकिन बीजेपी की कल्याण योजनाओं पर चुप्पी। 300-500 लाइक्स के साथ प्रभाव मजबूत है।

कांग्रेस की आर्थिक नाकामियों पर मौन इनके पक्षपात को नंगा करता है। सेलिब्रिटी स्टेटस के साथ ये कांग्रेस का डिजिटल ढोल पीटते हैं। इनका हर ट्वीट बीजेपी को शैतान और कांग्रेस को मसीहा दिखाने की कोशिश है। पैसे का सबूत? नहीं, लेकिन इतना जोश बिना मकसद के तो नहीं आता। इनके हास्य में सिर्फ एक पक्ष की तारीफ और दूसरे की बुराई है—ये है इनका ‘निष्पक्ष’ हास्य!

@khanumarfa: संपादकीय का स्वांग
@khanumarfa, द वायर से जुड़ी अरफा खानम, अल्पसंख्यकों और धर्मनिरपेक्षता पर बीजेपी को कोसती हैं, जो कांग्रेस के नैरेटिव से मेल खाता है। हाल के ट्वीट्स में राहुल गांधी की समावेशिता की तारीफ। हजारों लाइक्स के साथ प्रभाव बड़ा है। कांग्रेस शासित राज्यों में अल्पसंख्यक नीतियों की नाकामी पर चुप्पी पक्षपात दिखाती है। संपादकीय रोल में ये कांग्रेस का प्रचार करती हैं। इनका हर ट्वीट बीजेपी को खलनायक और कांग्रेस को उद्धारक दिखाने की कोशिश है। पत्रकारिता की आड़ में ये डिजिटल प्रचारक बन चुकी हैं।

@ravish_journo: पत्रकारिता का पाखंड
@ravish_journo, यानी रवीश कुमार, बीजेपी की मीडिया नियंत्रण और नीतियों की आलोचना करते हैं, लेकिन कांग्रेस की अभिव्यक्ति स्वतंत्रता की तारीफ में कसीदे पढ़ते हैं। हाल के ट्वीट्स में बीजेपी की कथित सेंसरशिप पर हंगामा, लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों में मीडिया मुद्दों पर चुप्पी। हजारों लाइक्स के साथ प्रभाव बड़ा है। एकपक्षीय नैरेटिव इनके ‘निष्पक्ष’ पत्रकारिता के दावे को नंगा करता है। कांग्रेस का गुणगान और बीजेपी का तिरस्कार इनके असली रंग दिखाता है। ये पत्रकार कम, कांग्रेस के डिजिटल प्रचारक ज्यादा लगते हैं।

@TheDeshBhakt: देशभक्ति का ढोंग
@TheDeshBhakt, यानी आकाश बनर्जी, व्यंग्य के जरिए बीजेपी की राष्ट्रवादिता को निशाना बनाते हैं, जबकि कांग्रेस की समावेशी नीतियों की तारीफ करते हैं। हाल के ट्वीट्स में बीजेपी की आर्थिक दावों की हंसी उड़ाई, लेकिन कांग्रेस की आर्थिक नाकामियों पर चुप। हजारों लाइक्स के साथ प्रभाव बड़ा है। संतुलित टिप्पणी की कमी पक्षपात दिखाती है। पैसे का सबूत नहीं, लेकिन व्यंग्य की आड़ में ये कांग्रेस का डिजिटल ढोल पीटते हैं। इनका “देशभक्ति”वाला ढोंग बीजेपी को खलनायक और कांग्रेस को मसीहा दिखाने तक सीमित है।

ये 15 हैंडल्स कांग्रेस और इंडी गठबंधन के लिए डिजिटल भोंपू बने हुए हैं, जो बीजेपी की हर बात को कोसते हैं और कांग्रेस की हर नाकामी पर पर्दा डालते हैं। इनका रोल जमीनी समर्थक से लेकर सेलिब्रिटी प्रचारक तक फैला है, जो अनौपचारिक IT सेल की तरह काम करता है। पैसे का कोई सबूत नहीं, लेकिन इतनी मेहनत और एकपक्षीय रवैया बिना मकसद के नहीं हो सकता। इनके ट्वीट्स की पड़ताल से साफ है कि ये डिजिटल दरबार में कांग्रेस के लिए नैरेटिव बुन रहे हैं। इनके असली इरादों को उजागर करने के लिए X से परे और सबूत चाहिए, लेकिन इनका रंग तो साफ दिख रहा है-कांग्रेसी चमचागिरी का!

विश्लेषण सिर्फ X के सार्वजनिक ट्वीट्स पर आधारित है। 

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