नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) [NUJ(I)] और दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (DJA) के पदाधिकारियों की एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया।
1972 में स्थापित यह संगठन देश का सबसे पुराना और पत्रकारों का सबसे बड़ा संगठन माना जाता है। इस बैठक में देश भर से आए पत्रकारों ने हिस्सा लिया और पत्रकारिता के समक्ष मौजूदा चुनौतियों पर चर्चा की।
बैठक में पत्रकारों के अधिकारों, प्रेस की स्वतंत्रता, और डिजिटल युग में पत्रकारिता की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। NUJ(I) और DJA ने पत्रकारों के कल्याण, उनकी सुरक्षा, और कार्यस्थल पर बेहतर सुविधाओं के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई गई। संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने पत्रकारों के हित में नीतिगत बदलावों और सरकार से संवाद की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
इस अवसर पर संगठन के 53 वर्षों की उपलब्धियों को याद किया गया। एनयूजे से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार सगीर अहमद बताते हैं, NUJ(I) के साथ मेरा जुड़ाव पिछले 25 वर्षों से है, और यह संगठन पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए निरंतर प्रयासरत रहा है।
बैठक में युवा पत्रकारों को संगठन से जोड़ने और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए नए प्रस्ताव भी पारित किए गए। कार्यक्रम में वक्ताओं ने पत्रकारिता के नैतिक मूल्यों और सामाजिक जिम्मेदारी पर बल दिया। यह बैठक पत्रकारों के बीच एकजुटता को मजबूत करने और संगठन के भविष्य के रोडमैप को तैयार करने के उद्दश्य से बुलाई गई थी।