अखिलेश पाठक
अपने उद्बोधन में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर नागेश्वर राव ने कहा कि देश में राजभाषा के प्रति जागरूकता एवं प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है
भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान (एडवांस्ड स्टडी) में आज संस्थान के निदेशक प्रोफे़सर नागेश्वर राव ने राजभाषा के प्रचार-प्रसार तथा संस्थान में आयोजित विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रशस्ति पत्र तथा पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्थान के अध्येता प्रोफे़सर चुंग्खम यशवंत सिंह भी विशेष रूप से उपस्थित थे। राजभाषा हिन्दी की विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन माननीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी की अध्यक्षता में 14-15 सितम्बर, 2022 को सूरत (गुजरात) में हुए हिंदी दिवस तथा द्वितीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में भागीदारी के उपरांत हिन्दी पखवाडे़ के किया गया था जिसमें संस्थान के अधिकारियों व कर्मचारियों ने हर्षोल्लास के साथ भाग लिया था जबकि संस्थान की आंतरिक वार्षिक खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन गत वर्ष माह अक्तूबर में किया गया था।
सचिव की निजी सचिव गुरजीत कौर, हिन्दी टंकण तथा आशुभाषण; अमन वर्मा, वाहन चालक ने टिप्पण/प्रारूपण तथा श्रुतलेख; प्रीतम सिंह, अवर श्रेणी लिपिक निबंध एवं कविता पाठ तथा प्रसाद समूह के प्रतिभागी जनसंपर्क अधिकारी अखिलेश पाठक, अभिषेक दल्वी, अनुभाग अधिकारी उद्यान तथा गोपाल सिंह प्रश्न-मंच प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पर रहे। इसके अतिरिक्त नरेन्द्र चैहान, अनुभाग अधिकारी (सम्पदा) निबंध; कुलभूषण शर्मा, प्रवर श्रेणी लिपिक टंकण; देवेन्द्र सिंह, कुक कविता पाठ;सुरेन्द्र रमोला, कार्यालय सहायक टिप्पण; दीपक शर्मा, पुस्तकालय परिचर आशुभाषण तथा पंत समूह के प्रतिभागी प्रोमिला, बंदना, रंजना, कार्यालय सहायक, नीरज शर्मा, सहायक पुस्तकालय अध्यक्ष तथा नवीन हरनोट द्वितीय स्थान पर रहे। इन प्रतियोगिताओं में भूपेंद्र कश्यप एमटीएस, चंद्रकला, प्रवर श्रेणी लिपिक, अशोक भटोईया, अवर श्रेणी लिपिक, केसर सिंह, प्रवर श्रेणी लिपिक, नारायण दास, लिपिक ओम प्रसाद तथा इलैक्ट्रिशन विजय कुमार ने पुरस्कार प्राप्त किए। इसके अतिरिक्त भारत सरकार, गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग की नीति की प्रोत्साहन नीति के तहत सरकारी कामकाज मूल-टिप्पण/आलेखन हिन्दी में 10 अधिकारियों/कर्मचारियों को पुरस्कार राशि तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
अक्तूबर 2022 में संस्थान में आयोजित विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं संस्थान के अध्येताओं, अधिकारियों, कर्मचारियों तथा उनके परिवारजनों ने भाग लिया था। इन खेलों में बैडमिंटन, टेबल टेनिस, कैरम, ड्रम तोड़ जैसी खेलों के अलावा बच्चों के लिए जलेबी दौड़, साधारण दौड़, म्यूजिकल चेयर आदि विभिन्न खेलें भी शामिल थीं।
अपने उद्बोधन में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर नागेश्वर राव ने कहा कि देश में राजभाषा के प्रति जागरूकता एवं प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है। प्रोफेसर राव के पास केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय का भी अतिरिक्त प्रभार है ऐसे में उन्होंने कहा कि हिन्दी निदेशालय तथा राजभाषा विभाग द्वारा मिलकर ’हिन्दी से हिन्दी’ नामक एक ऐसे शब्दकोष का निर्माण किया जा रहा है जो हिन्दी के व्यावहारिक प्रयोग में बहुत कारगर सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा विशेष प्रयास किए जाए रहे हैं कि देश में स्नातक स्तर की शिक्षा मातृभाषा में हो, जिसमें 12 भाषाओं को शामिल किया गया है और लगभग सभी विषयों में पाठ्य पुस्तकें तैयार हैं एवं शिक्षा भी मातृभाषा में हो रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी परंपरागत खेलों को भी भारत सरकार विश्व पटल पर ले जाने के लिए भी कृतसंकल्प है जिससे हमारे देश को वैश्विक स्तर पर एक पृथक पहचान मिलेगी और खेल प्रेमियों को प्रतियोगिताओं में भाग लेने के बेहतर अवसर मिलेंगे।
इस संयुक्त वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में खेल प्रतियोगिताओं से संबंधित मंच संचालन जनसंपर्क अधिकारी अखिलेश पाठक द्वारा किया गया जबकि राजभाषा कार्यक्रम संबंधी मंच संचालन संस्थान के हिन्दी अनुवादक राजेश कुमार द्वारा किया गया।