आगरा के ताजमहल में रविवार दोपहर एक अनोखा नजारा देखने को मिला। इटली से आईं दो महिला पर्यटक, एलिसिया और ब्रूना, प्रिंटेड साड़ी पहनकर ताजमहल की सैर करने पहुंचीं। लेकिन साड़ी पहनने की कला से अपरिचित होने के कारण उनकी साड़ी बार-बार खुल रही थी। दोनों ने कई बार इसे बांधने की कोशिश की, मगर सफलता नहीं मिली।
यह देखकर ताजमहल के पश्चिमी गेट पर तैनात महिला आरक्षी लक्ष्मी देवी उनकी मदद के लिए आगे आईं। लक्ष्मी ने न केवल उनकी साड़ी को सुंदरता से बांधा, बल्कि प्लेट्स बनाने का तरीका भी सिखाया। उन्होंने दोनों पर्यटकों को बताया कि साड़ी को कैसे पहनें ताकि वह पैरों में न उलझे और सहजता बनी रहे।
एलिसिया और ब्रूना ने उत्साह से लक्ष्मी से साड़ी पहनने और संभालने के गुर सीखे। उन्होंने पूछा, “आप साड़ी कब पहनती हैं? इसे कैसे संभालती हैं? पल्लू कितना बड़ा रखना चाहिए?” लक्ष्मी ने बताया कि वह ऑफ-ड्यूटी समय में साड़ी पहनती हैं और कभी-कभी ड्यूटी पर भी पुलिस की वर्दी वाली साड़ी पहन लेती हैं।
इसके बाद दोनों पर्यटकों ने लक्ष्मी से हाथ मिलाकर उनका आभार जताया। उन्होंने कहा, “साड़ी पहनना अद्भुत अनुभव है। यह भारत की शानदार पोशाक है, जिसमें हम बहुत सहज महसूस कर रही हैं।” एलिसिया ने नीली और ब्रूना ने गुलाबी प्रिंटेड साड़ी पहनी थी।
इटली से आए 15 सदस्यीय पर्यटक दल दो दिन पहले दिल्ली से आगरा पहुंचा था। ताजमहल के बाद यह दल राजस्थान के जयपुर जाएगा और फिर इटली लौटेगा।
ताजमहल के आसपास टूरिस्ट पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ‘टूरिस्ट डिलाइट अभियान’ के तहत इस तरह के सहयोग से पर्यटकों को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।