जन धन खातों की कुल संख्या 50 करोड़ से अधिक हो गई है। वित्त मंत्रालय ने बताया कि इनमें से 56 प्रतिशत खाते महिलाओं के हैं। 67 प्रतिशत खाते ग्रामीण और अर्ध शहरी इलाको में खोले गए हैं। इन खातों में 2 लाख करोड़ से अधिक की धनराशि जमा हैं।
मंत्रालय ने बताया है कि इन खातों में लगभग 34 करोड़ रूपे कार्ड निशुल्क जारी किये गये हैं। प्रधानमंत्री जनधन योजना खाते में औसत जमा चार हजार रूपये से अधिक है। पांच करोड़ 50 लाख से अधिक जनधन खातों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण हो रहा है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना 2014 में शुरू की गई थी। इसका उददेश्य देशभर के लोगों को बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जन-धन खातों की संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की है। देश में जन-धन खातों की संख्या 50 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में मोदी ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि इनमें से 56 प्रतिशत खाते महिलाओं के हैं। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि वित्तीय समावेशन का लाभ देश के हर कोने तक पहुंचे।