जिजीविषा और कविता की प्रेरक कहानी नवकीरत सोढी

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कुमारी अन्नपूर्णा

दिल्ली। नवकीरत सोढी, एक ऐसी शख्सियत जिन्होंने अपनी कविता और जीवन के प्रति अदम्य साहस से न केवल अपनी पहचान बनाई, बल्कि लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनीं। दिल्ली में रहने वाली नवकीरत एक प्रख्यात कवयित्री और परफॉर्मर हैं, जिन्होंने अपने जीवन में आए एक भयावह हादसे को न केवल जीता, बल्कि उसे अपनी कला और रचनात्मकता का आधार बनाया। उनकी कहानी साहस, आत्म-प्रेम और पुनर्जनन की अनुपम गाथा है।

2024 की शुरुआत में, एक दोस्त के घर पर आयोजित एक छोटी-सी सभा में नवकीरत का जीवन उस वक्त बदल गया, जब एक छोटी-सी मोमबत्ती की लौ ने उनके शरीर को आग की चपेट में ले लिया। इस हादसे में उनके शरीर का 55% हिस्सा जल गया, और डॉक्टरों ने उनकी जीवित रहने की संभावना केवल 50% बताई। आठ सप्ताह तक आईसीयू में रहने और कई स्किन ग्राफ्ट सर्जरी से गुजरने के बाद, नवकीरत ने न केवल इस भयानक स्थिति से उबरने का साहस दिखाया, बल्कि इसे अपनी रचनात्मकता का हिस्सा बनाया। इस दौरान उनके जीवनसाथी और मशहूर फैशन डिज़ाइनर गौरव गुप्ता ने उनका हर कदम पर साथ दिया। दोनों की यह जोड़ी, जो दो दशकों से अधिक समय से एक-दूसरे की रचनात्मक और भावनात्मक सहारा है, ने इस त्रासदी को एक प्रेरक कहानी में बदल दिया।

नवकीरत ने अपनी कविताओं के माध्यम से इस दर्द को अभिव्यक्ति दी। उनकी कविता और परफॉर्मेंस ने गौरव गुप्ता के स्प्रिंग 2025 कलेक्शन “एक्रॉस द फ्लेम” को प्रेरित किया, जिसे पेरिस हॉट कॉउचर वीक में प्रदर्शित किया गया। इस शो में नवकीरत ने अपनी जलन के निशानों को गर्व के साथ प्रदर्शित करते हुए, एक क्रीम रंग के ड्रेप्ड कॉर्सेट गाउन में रैंप पर उतरकर अपनी कविता का पाठ किया। उनकी यह प्रस्तुति दर्शकों के लिए एक अविस्मरणीय पल थी, जिसमें उन्होंने दर्द को साहस और सुंदरता में बदलने की कला को दर्शाया। उनकी पंक्तियाँ, “Taller than you is your mind; smaller than you, your pain,” ने उपस्थित लोगों को भावनात्मक रूप से झकझोर दिया।

नवकीरत ने अब तक पाँच काव्य संग्रह प्रकाशित किए हैं, जिनमें गुरु नानक की शिक्षाओं का अनुवाद और महात्मा गांधी पर आधारित “संतति” शामिल है। उनकी कविताएँ प्रेम, अस्तित्व और आत्म-खोज के विषयों को छूती हैं। वह कविता को केवल किताबों तक सीमित नहीं मानतीं, बल्कि इसे फैशन, संगीत और फिल्म जैसे माध्यमों के साथ जोड़कर इसे जीवंत बनाती हैं। गौरव के साथ उनके सहयोग ने कविता और फैशन के अनूठे संगम को जन्म दिया, जैसे कि न्यूयॉर्क फैशन वीक में उनके प्रोजेक्ट्स “नेम इज़ लव” और “फेरल फेदर”।

आज, नवकीरत न केवल एक कवयित्री हैं, बल्कि जलने और एसिड अटैक से बचे लोगों के लिए जागरूकता बढ़ाने का संकल्प भी रखती हैं। वह और गौरव दिल्ली में एक स्किन बैंक स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। नवकीरत की कहानी हमें सिखाती है कि दर्द को साझा करने से न केवल व्यक्तिगत उपचार होता है, बल्कि यह दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन सकता है। उनकी कविताएँ और जीवन हमें याद दिलाते हैं कि असली सुंदरता निशानों में नहीं, बल्कि उनसे उबरने के साहस में निहित है

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