सुरेंद्र किशोर
एक
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सम्मेलन स्थल पर किसी पत्रकार ने मणि शंकर अय्यर से नरेंद्र मोदी की बात छेड़ दी।
अययर ने कहा कि नरेंद्र मोदी 21 वीं सदी में किसी भी कीमत पर प्रधान मंत्री नहीं बन सकते।
हां,वे चाय का वितरण करना चाहें तो ए.आईसी.सी.परिसर में मैं उसका इंतजाम करा दूंगा।
—17 जनवरी 2014
दो
सन 2015 में पाकिस्तान जाकर वहां के एक टी.वी.चैनल पर बोलते हुए मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तानियों से अपील की कि
‘‘पहले आपलोग मोदी को हटाइए।’’
उस पर सन 2017 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि मणि शंकर अय्यर ने मेरे लिए पाकिस्तानियों को ‘सुपारी’ दी थी।
मुझे हटाने के लिए वे कह आए।हटाने से उनका मतलब क्या था ?
तीन
सन 1990 में मंडल आरक्षण आया था।
राजीव गांधी ने अपने मित्र मणिशंकर अय्यर से कहा कि कार्य समिति में पेश करने के लिए एक प्रस्ताव तैयार कर दीजिए।
तब के ‘इंडिया टूडे’ के अनुसार राजीव जी के लिए तैयार नेहरूवादी मणिशंकर के प्रस्ताव में आरक्षण का पूर्ण विरोध था।
बैठक में सीताराम केसरी तथा कुछ अन्य बड़े नेताओं के विरोध के बाद उस प्रस्ताव में बीच -बीच का रास्ता निकाला गया।
फिर भी उस पर पिछड़ों को लगा कि कांग्रेस अब भी नेहरू जी की राह पर है जो आरक्षण के कट्टर विरोधी थे।
नतीजतन अधिकतर पिछड़े कांग्रेस से निराश हो गये और क्षेत्रीय दल मजबूत हो गये।उसके बाद कभी कांग्रेस को लोक सभा में अपना बहुमत नहीं मिला।
चार
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि भगवान राम के महल में 10 हजार कमरे थे।
आप कैसे पुख्ता तौर पर कह सकते हैं कि राम उसमें से किस कमरे में पैदा हुए थे ?
—-8 जनवरी 2019
पांच
‘‘प्रधान मंत्री राजीव गांधी पहले व्यक्ति थे जिन्होंने बाबरी मस्जिद स्थित राम जन्मभूमि का ताला सन 1985 में खोलवा दिया था।
इसलिए राम मंदिर निर्माण का श्रेय किसी और को नहीं लेना चाहिए।’’
— कमलनाथ, पूर्व मुख्य मंत्री, मध्य प्रदेश,
–टाइम्स नाऊ डिजिटल,
6 अगस्त, 20
‘‘ताला खोलवाने में राजीव गांधी का कोई हाथ नहीं था।
राजीव गांधी को तो ताला खोले जाने की जानकारी भी नहीं थी।
दरअसल ताला खोल देने के एक स्थानीय अदालत के निर्णय
के आधे घंटे के भीतर ही छल कपट के तहत हाथ की सफाई दिखाते हुए कुछ लोगों ने ताला खोल दिया।’’
—– मणि शंकर अय्यर,
द हिन्दू-6 अगस्त 20
छह
गुजरात विधान सभा चुनाव से ठीक पहले मणिशंकर अय्यर ने नरेंद्र मोदी को ‘‘नीच आदमी’’ कह दिया।
इन दो शब्दों को भंजा कर भाजपा ने गुजरात में अपनी बिगड़ी चुनावी स्थिति सुधार ली।
सात
10 दिसंबर, 2013 को मणिशंकर अय्यर ने कह दिया था कि सन 2014 का लोक सभा चुनाव कांग्रेस हार सकती है।
मनमोहन सिंह को 2009 में दुबारा प्रधान मंत्री नहीं बनाना चाहिए था।
हालांकि मणिशंकर ने प्रथम परिवार के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा जबकि मनमोहन सिंह अपने पूरे कार्यकाल में प्रथम परिवार की आज्ञा का ही पालन करते रहे।
जब शीर्ष नेता ही कह दे कि हम हार सकते हैं तो उसका तो और भी विपरीत असर उसके चुनावी भविष्य पर पड़ेगा।पड़ा भी।
आठ
मणि शंकर अय्यर और सलमान खुर्शीद ने अगस्त 2024 में ही यह कह दिया था कि जो कुछ बांग्ला देश में हुआ,वैसा भारत में भी हो सकता है।
हाल में नागपुर में जो कुछ हुआ,वह बांग्लादेश की घटनाओं की ही झलक प्रस्तुत कर रहा था।
नागपुर में गृह युद्ध का माहौल बनाया गया था न कि किसी लोकतांत्रिक विरोध का।
नागपुर की ताजा घटना से बांग्लादेश का संबंध भी जुड़ा बताया जा रहा है।
बाकी बातें सलमान और अय्यर जांच एजेंसियों को बता सकते
हैं कि उनको कैसे पहले ही पता चल गया था ??
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अब मणि शंकर अय्सर का ताजा बयान पढ़िए
‘‘मणिशंकर अय्यर ने पहलगाम आतंकी हमले पर मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जिन 33 देशों में हमारे प्रतिनिधि मंडल भेजे गये थे,उन देशों में से किसी देश ने नहीं कहा कि पाकिस्तान जिम्मेदार है।
संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने भी पाकिस्तान को लेकर कुछ नहीं कहा।
हम ही है कि चिल्ला -चिल्ला कर कहते हैं कि पाकिस्तान जिम्मेदार है।
4 अगस्त 25
(साभार सोशल मीडिया)