यह कोई संयोग था या मनोज वाजपेयी की लोकप्रियता से प्रतिस्पर्धा में अपराधियों ने सलमान खान के घर पर गोली बारी की? यह सवाल इसलिए क्योंकि शूटर विक्की (24) व सागर (21) का मसही गांव बिहार में अभिनेता मनोज वाजपेयी के गांव से दो—ढाई किमी की दूरी पर ही है। मनोज वाजपेयी की लोकप्रियता ना सिर्फ उनके गांव, प्रखंड और जिले में है बल्कि देश भर में उनके अभिनय की चर्चा होती है। वे जमीन से जुड़े अभिनेता है। अपने गांव और स्कूल से आज भी जुड़े हैं।
विक्की और सागर को लेकर बताया जा रहा है कि उन्होंने अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग का काम नाम कमाने के लिए किया है। जहां से वे आएं हैं, वहां सबसे अधिक नाम मनोज वाजपेयी का ही चलता है।
वैसे बिहार में 90 के दशक में अपराधियों को सत्ता संरक्षण से प्रारंभ हुई अपराध से नाम कमाने की मानसिकता, आज तक बदली नहीं है। ऐसे अपराधियों का समाज में सम्मान बहुत है। मोहम्मद शाहबुद्दीन, आंनद मोहन, अनंत सिंह, मुन्ना शुक्ला, पप्पू यादव, राजन तिवारी जैसे आपराधिक पृष्ठभूमि के नेता बिहार को लालू प्रसाद यादव के जंगल राज का उपहार हैं। फिर भी लालू प्रसाद की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई। इसलिए आदिवासी बहुल प्रखंड गौनाहा के दो युवकों को लगता है कि वे सलमान खान के घर पर गोली चलाकर बहुत नाम कमा लेंगे। उन्हें लगता हो कि इस तरह उनका नाम अपने पड़ोसी मनोज वाजपेयी से अधिक हो जाएगा तो बड़े आश्चर्य की बात नहीं होगी।
अब फायरिंग की जांच कर रही मुंबई पुलिस को बार बार गौनाहा थाने के मसही गांव जाना पड़ रहा है। इस मामले से जुड़े छह लोगों को मुंबई पुलिस ने 22 अप्रैल को पूछताछ का नोटिस थमाया और 24 अप्रैल की दोपहर सभी छह संदिग्ध जनों को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए मुंबई के लिए रवाना हो गयी। बताया जा रहा है कि जिन्हें मुंबई पुलिस अपने साथ लेकर गई है, वे सभी शूटर विक्की, सागर और विश्नोई गैंग से जुड़े हो सकते हैं।
मुंबई क्राइम ब्रांच अपने साथ मोती महतो का बेटा अंकित कुमार, गोपाल महतो का बेटा संजीत कुमार उर्फ गोदन, अमेरिका महतो का बेटा खलीफा उर्फ आशीष चौहान को ले गई है। इनके अलावा रक्सौल निवासी विकास गुप्ता जो शूटर विक्की का साला बताया जा रहा है, दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे दीपू गिरी तथा सुनील साह को भी अपने साथ ले गई है।
मीडिया में प्रकाशित खबर के अनुसार दीपू पर आरोप है कि उसने विक्की व सागर को मुंबई जाने के लिए टिकट बनवाया था। अंकित ने फायरिंग के दौरान इस्तेमाल की गई बाइक खरीदने के लिए पैसे भेजे थे। आशीष घटना वाले दिन शूटर विक्की और सागर से फोन कॉल पर लगातार जुड़ा हुआ था।
जिन्हें क्राइम ब्रांच अपने साथ मुंबई लेकर आई है, सभी के सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट पर हुई फायरिंग वाली घटना और विश्नोई गैंग से जुड़े होने की आशंका है।
मुंबई पुलिस की पूरी कार्रवाई में गौनाहा थाना भी शामिल रहा। जिस प्रखंड से मनोज वाजपेयी जैसे अभिनेता निकल कर गए, वहीं से इस तरह के दुर्दांत अपराधी निकल कर आ रहे हैं। यह चिंता की बात है।
यदि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए यहां से आदिवासी युवकों की भर्ती हो रही है तो यह थाना के लिए गंभीर बात है। गौनाहा थाना को समाज के बीच जागरूकता कार्यक्रम चलाने चाहिए। सभी थानों के पास अपना खुफिया तंत्र होता है। उसे अधिक सतर्क और सक्रिय करने की आवश्यकता है।