पटना: बिहार के 38 जिलों को जोड़ने वाली एक अनूठी पहल, ‘मेरे सपनों का बिहार’, मीडिया स्कैन द्वारा शुरू की गई है। यह यात्रा बिहार की सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक विविधता को उजागर करने का प्रयास है, जिसमें निष्पक्ष और तटस्थ पत्रकारिता को बढ़ावा देने के लिए क्राउड फंडिंग का सहारा लिया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य बिहार के हर कोने से सच्ची कहानियों को सामने लाना और राज्य के विकास, चुनौतियों व संभावनाओं पर सार्थक चर्चा को प्रोत्साहित करना है।
यात्रा की योजना के तहत, मीडिया स्कैन की टीम बिहार के सभी 38 जिलों में जाएगी, जहां स्थानीय लोगों, विशेषज्ञों और प्रशासन के साथ संवाद कर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की वास्तविक तस्वीर प्रस्तुत की जाएगी। ‘मेरे सपनों का बिहार’ थीम बिहारवासियों के सपनों, आकांक्षाओं और उनके योगदान को रेखांकित करेगी। यह यात्रा न केवल समस्याओं को उजागर करेगी, बल्कि सकारात्मक पहलुओं, जैसे स्थानीय उद्यमिता, शिक्षा, और सांस्कृतिक विरासत को भी सामने लाएगी।
क्राउड फंडिंग इस परियोजना की रीढ़ है। मीडिया स्कैन का मानना है कि पारंपरिक विज्ञापन मॉडल अक्सर पत्रकारिता की स्वतंत्रता को प्रभावित करते हैं। इसलिए, जनता के सहयोग से फंडिंग जुटाकर खबरों की निष्पक्षता और विश्वसनीयता को बनाए रखा जाएगा। इस पहल में आम लोग, सामाजिक संगठन और बिहार के प्रवासी समुदाय से समर्थन की अपील की गई है। अब तक, कई व्यक्तियों और समूहों ने इस अभियान को समर्थन देने का वादा किया है, जिससे परियोजना को गति मिल रही है।
यात्रा के दौरान, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, सोशल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के जरिए कहानियां साझा की जाएंगी। मीडिया स्कैन की यह पहल न केवल पत्रकारिता के क्षेत्र में एक नया प्रयोग है, बल्कि बिहार के लोगों को अपनी आवाज उठाने का मंच भी प्रदान करेगी। इस अभियान से बिहार की छवि को नई पहचान मिलने की उम्मीद है, जो नकारात्मक धारणाओं को तोड़ेगी और राज्य की सकारात्मक संभावनाओं को उजागर करेगी।