नक्सलियों द्वारा बस्तर के आदिवासियों के विरुद्ध की जा रही नृशंस और बर्बर हिंसा के खिलाफ वहां के पीड़ित आदिवासियों के एक समूह की ओर से अभी 11 बजे से एक प्रदर्शन जंतर-मंतर (नई दिल्ली) पर आयोजित है। इस प्रदर्शन में खामोश रही बस्तर (छत्तीसगढ़) की पीड़ा और वहां फैले कम्युनिस्ट आतंक पीड़ितों को स्वर देने की कोशिश होगी।
कभी भी बस्तर की आवाज दिल्ली के कानों को प्रभावित नहीं करती है। इस आयोजन में बस्तर के वैसे पीड़ित जन जिनकी आवाज कभी नहीं सुनी गयी, वे दिल्ली को अपनी आवाज सुनाने आ रहे हैं। साथ ही निर्दोष और भोले-भाले आदिवासियों की हत्या को महिमामंडित करने वाले, उनकी संस्कृति से खिलवाड़ करने वाले अर्बन नक्सलियों के कृत्यों का खुलासा करने की विनम्र कोशिश है।
आपसे आग्रह है कि पहली बार दिल्ली में हो रहे इस प्रदर्शन में अपनी सहभागिता देकर भारत के भीतर ही भारतीयता का संहार करने के विरुद्ध हो रही कोशिश में साथ आए।