दिल्ली। हाल के घटनाक्रम में, लोकप्रिय भोजपुरी लोकगायिका नेहा सिंह राठौड़ और पत्रकार संजय शर्मा, जो 4PM न्यूज़ यूट्यूब चैनल के संपादक हैं, को वरिष्ठ वकील और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल का कानूनी समर्थन प्राप्त हुआ है। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब संजय शर्मा के यूट्यूब चैनल 4PM न्यूज़ को “राष्ट्रीय सुरक्षा” के आधार पर केंद्र सरकार द्वारा ब्लॉक कर दिया गया। इसके साथ ही, नेहा सिंह राठौड़ के खिलाफ एक प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई, जिसके बाद दोनों ने कानूनी सहायता के लिए कपिल सिब्बल से संपर्क किया।
सुप्रीम कोर्ट में 5 मई 2025 को इस मामले की सुनवाई हुई, जहां जस्टिस बी.आर. गवई और के.वी. विश्वनाथन की पीठ ने केंद्र सरकार से 4PM न्यूज़ चैनल को ब्लॉक करने के आदेश के खिलाफ दायर याचिका पर जवाब मांगा। संजय शर्मा की ओर से कपिल सिब्बल ने तर्क दिया कि चैनल को ब्लॉक करने से पहले कोई नोटिस जारी नहीं किया गया, और उन्हें इस कार्रवाई की जानकारी एक मध्यस्थ के माध्यम से मिली। सिब्बल ने जोर देकर कहा कि ब्लॉकिंग आदेश और उससे संबंधित शिकायत की जानकारी याचिकाकर्ता को नहीं दी गई, जो संवैधानिक और वैधानिक सुरक्षा का उल्लंघन है। उन्होंने अंतरिम आदेश की मांग की, क्योंकि याचिकाकर्ता को ब्लॉकिंग के कारणों का पता नहीं है। याचिका में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का हवाला देते हुए केंद्र से ब्लॉकिंग आदेश और रिकॉर्ड पेश करने की मांग की गई।
दूसरी ओर, नेहा सिंह राठौड़, जिन्हें उनके सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर आधारित गीतों के लिए जाना जाता है, ने भी कपिल सिब्बल से कानूनी सलाह ली है। उनके खिलाफ दर्ज FIR के विवरण अभी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर सक्रिय पत्रकारों और कार्यकर्ताओं ने इस मामले को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस मुद्दे को लेकर व्यापक चर्चा हो रही है। कई यूजर्स ने कपिल सिब्बल की फीस और उनके जैसे वरिष्ठ वकील की सेवाओं की लागत पर सवाल उठाए, जबकि अन्य ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए एक महत्वपूर्ण लड़ाई करार दिया। यह मामला न केवल कानूनी, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी संवेदनशील हो गया है, क्योंकि यह डिजिटल मीडिया और अभिव्यक्ति के अधिकारों पर बढ़ते नियंत्रण के सवाल उठाता है।