पप्पू यादव को आज याद आया कानून, उसने कब की कानून की परवाह

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पप्पू यादव को कानून से इजाजत चाहिए, लॉरेंस विश्नोई का नेटवर्क 24 घंटे में खत्म करने के लिए। यह इजाजत कानून की किस धारा से उन्हें मिल सकता है, कोई बताएगा?

पप्पू यादव का अपना इतिहास हत्या, लूट पाट, मारपीट, बूथ कैप्चरिंग से भरा हुआ है लेकिन क्राइम की दुनिया में लॉरेंस का इतिहास अधिक काला है। यदि वे लॉरेंस को दो टके का अपराधी कह रहे हैं फिर एक अपराधी के तौर पर वे अपना भी आंकलन सही-सही कर लें। उनकी क्राइम की टेरिटरी पांच सात जिलों की रही है बिहार में। इस हिसाब से वे कितने टके का अपराधी खुद को मानते हैं, यह नहीं बताया उन्होंने!

इसलिए उन्हें लेकर यह सवाल है कि अपराधी से नेता बने पप्पू यादव कानून इजाजत दे का ढोंग किसके लिए कर रहे हैं? उन्हें कानून की परवाह कब से होने लगी?

राजद, सपा, कांग्रेस से लेकर पप्पू यादव और रवीश पांडेय तक क्या मुसलमानों को मूर्ख समझते हैं, जो उनके इस तरह के धूर्ततापूर्ण बयानों पर ताली बजाने लगेगा।

दुख के साथ लिखना पड़ रहा है कि वे ऐसा सोचते हैं तो गलत नहीं सोच रहे। मदरसे से पढ़ कर निकले बच्चे वास्तव में ऐसे बयानों पर इन्हें अपना हमदर्द मान लेते हैं, इसीलिए दशकों से भारतीय मुसलमानों को अच्छा-अच्छा भाषण ही मिला है, उनकी जिंदगी में कोई सुधार नहीं आया।

पप्पू और रवीश जैसे लोग अपने बच्चों को कॉन्वेंट में पढ़ाएंगे और मुसलमानों के बच्चों को मदरसा का हक दिलवाने की लड़ाई लड़ेंगे।

यदि पप्पू में कुवत होती लॉरेंस से लड़ने की तो वे कानून का बहाना नहीं बनाते। कानूनी तौर पर कुछ ठोस लड़ाई लड़ कर दिखाते।

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