दिल्ली। इंडिया टीवी के लोकप्रिय Coffee Par Kurukshetra कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकारों ने राहुल गांधी के ‘एटम बम’ वाले नैरेटिव की हवा निकाल दी। राहुल ने अपने बयानों में बार-बार सत्तारूढ़ पार्टी और सरकार पर निशाना साधते हुए ‘एटम बम’ जैसे अतिशयोक्तिपूर्ण शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसे पत्रकारों ने तथ्यहीन और राजनीतिक हथकंडा करार दिया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकारों ने तर्क दिया कि राहुल का यह नैरेटिव जनता को भयभीत करने और सनसनी फैलाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान तथ्यों पर आधारित कम, बल्कि भावनात्मक उत्तेजना पर ज्यादा केंद्रित हैं। एक पत्रकार ने जोर देकर कहा कि भारत की रक्षा और आर्थिक नीतियां मजबूत हैं, और ‘एटम बम’ जैसे शब्दों का प्रयोग केवल विपक्ष की हताशा को दर्शाता है।
पत्रकारों ने यह भी उल्लेख किया कि राहुल के बयानों में ठोस सबूतों का अभाव है, जिससे उनकी विश्वसनीयता कमजोर होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि विपक्ष को रचनात्मक आलोचना पर ध्यान देना चाहिए, न कि अतिशयोक्ति पर। चर्चा में यह भी सामने आया कि सोशल मीडिया पर ऐसे नैरेटिव को बढ़ावा देने से जनता का ध्यान वास्तविक मुद्दों से भटकता है।
कुल मिलाकर, Coffee Par Kurukshetra ने राहुल के बयान को तथ्य और तर्क के आधार पर खारिज करते हुए यह स्पष्ट किया कि ऐसी बयानबाजी केवल राजनीतिक शोर पैदा करती है, समाधान नहीं देती।