कहानी है दिल्ली की गलियों और इस्लामाबाद के गलियारों की, जहाँ राहुल गांधी और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर एक अनोखे मिशन पर जुटे हैं—मुकेश अंबानी को निशाना बनाना! अब यह कोई बिजनेस डील नहीं, बल्कि एक सियासी सर्कस है, जहाँ दोनों अपने-अपने ढोल पीट रहे हैं। राहुल जी, जो हर बार “सूट-बूट की सरकार” का राग अलापते हैं, ने अंबानी को देश की अर्थव्यवस्था का “चोर” घोषित कर दिया। दूसरी ओर, जनरल मुनीर, जिन्हें शायद भारत की GDP से ज्यादा जलन है, कहते हैं, “अंबानी की दौलत हमारे ड्रोन से ज्यादा खतरनाक है!”
ये दोनों मिलकर क्या रच रहे हैं? एक सियासी षडयंत्र, जिसमें अंबानी का नाम तो बस बहाना है। राहुल जी को लगता है कि अंबानी को कोसने से वोटों का जखीरा खुल जाएगा, और मुनीर साहब को उम्मीद है कि भारत को बदनाम करने का नया मौका मिलेगा। पर सच्चाई? दोनों के पास न स्क्रिप्ट है, न डायलॉग! बस एक-दूसरे की नकल में लगे हैं। राहुल कहते हैं, “अंबानी ने देश को लूटा!” मुनीर तपाक से बोलते हैं, “हाँ, और वो हमारी सीमा पर भी नजर रखता है!” अरे भाई, सीमा पर तो तुम्हारे ड्रोन भी फेल हैं, अंबानी का क्या लेना-देना?
इस ड्रामे में ट्विस्ट तब आता है, जब दोनों की मुलाकात ट्विटर की गलियों में होती है। राहुल का ट्वीट: “अंबानी का एकाधिकार खत्म करो!” मुनीर रीट्वीट करते हैं: “बिलकुल, भारत की दौलत चुराने वाला!” जनता हैरान, पर सर्कस चलता रहता है। अंत में, दोनों एक-दूसरे को बधाई देते हैं, लेकिन अंबानी? वो तो अभी भी अपने जियो टावर से हँस रहे हैं।