राजीव मलिक
रवीश, बरखा, अभिसार, पूण्य, साक्षी, संदीप को क्या उतना ही बोलना है जितनी चाभी खेरा और श्रीनेत भरेंगे?
बांग्लादेश के नव नियुक्त प्रधानमंत्री को राहुल गांधी ने आज जब ट्वीट कर बधाई संदेश दिया तो बांग्लादेश के अखबार, ब्लिट्ज़ लाइव के संपादक सलाहउद्दीन शोएब चौधरी ने राहुल के उस ट्वीट को, राहुल को संबोधित अपने एक बहुत गंभीर संदेश के साथ रिट्वीट किया।
राहुल के राजनीतिक पाखंड की नकाब नोंचते हुए उन्होंने लिखा कि “हां, मैं जानता हूं कि आप देश को नव-तालिबान राज्य में बदलकर बांग्लादेश को अस्थिर करने और उसके बाद भारत को अस्थिर करने और नरेंद्र मोदी को सत्ता से हटाने की अपनी गुप्त साजिश की सफलता का जश्न मना रहे हैं।
सलाहउद्दीन शोएब चौधरी आगे लिखते हैं — आपने अभी तक लंदन में बीएनपी नेता तारिक रहमान के साथ अपनी गुप्त बैठक के बारे में मेरी जानकारी का जवाब नहीं दिया है। इसके अलावा आपने बांग्लादेश में चल रहे हिंदू उत्पीड़न के बारे में एक शब्द भी अपने संदेश में शामिल नहीं किया है। क्यों?
श्री चौधरी को संदेह नहीं रहा होगा फिर भी यह उन्होंने राहुल गांधी के लिए लिखा, आपके लिए हिंदू जीवन कोई मायने नहीं रखता। है ना!”
सच लिखने, बोलने और कहने के जिस अदम्य साहस का परिचय आज बांग्लादेश के अखबार, ब्लिट्ज़ लाइव के संपादक सलाहउद्दीन शोएब चौधरी ने दिखाया है, उनका वो साहस भारत के तमाम इंडि अलायंस इको सिस्टम और कांग्रेस आईटी सेल के यू ट्यूबरों और पत्रकारों के मुंह पर करारा तमाचा है।
रवीश, बरखा, अभिसार, पूण्य, साक्षी, संदीप को क्या उतना ही बोलना है जितनी चाभी खेरा और श्रीनेत भरेंगे?