वरिष्ठ पत्रकार वी. अंबालगन को चेन्नई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अंबालगन पर 43वें चेन्नई बुक फेयर में एक स्टॉल लगाकर राज्य की एआईएडीएमके सरकार के कथित भ्रष्टाचार को उजागर करतीं किताबें बेचने का आरोप है। पत्रकार को 24 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बताया जाता है कि इससे पहले बुक फेयर प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने अंबालगन से स्टॉल खाली करने के लिए कहा था। इस मामले में अंबालगन को एक नोटिस भी जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि सरकार विरोधी किताबें बेचना निर्धारित गाइडलाइंस का उल्लंघन है। इसके बावजूद स्टॉल खाली न करने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने अंबालगन को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए वी. अंबालगन ‘मक्कल सैइथी मइय्यम’ नाम से एक पब्लिशिंग हाउस चलाते हैं। वहीं, पत्रकार की गिरफ्तारी के साथ ही विवाद शुरू हो गया है। चेन्नई प्रेस क्लब ने अंबालगन को गिरफ्तार किए जाने की निंदा करते हुए उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग की है। काउंसिल का कहना है कि पत्रकार ने स्टॉल खाली कराए जाने का कारण लिखित में पूछा था और वह बताए जाने पर स्टॉल छोड़ दिया। वहीं, बुक फेयर के अधिकारियों का कहना है कि स्टॉल खाली करने के लिए कहने पर पत्रकार ने अधिकारियों पर हमला कर दिया। इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी।
बताया जाता है कि पत्रकार ने सरकार से ‘सूचना का अधिकार’ (आरटीआई) के तहत मिले जवाबों को किताबों की शक्ल दी है और उनमें कथित रूप से सरकार के विभिन्न विभागों में फैले भ्रष्टाचार को उजागर किया है। पुलिस ने पत्रकार के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।