दिल्ली। वरिष्ठ पत्रकार और चर्चित एंकर सुमित अवस्थी ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, उन्होंने टाइम्स नेटवर्क को जॉइन कर लिया है और हिंदी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत में सीनियर कंसल्टिंग एडिटर की जिम्मेदारी संभाल ली है। कुछ महीने पहले ही सुमित ने एनडीटीवी इंडिया से इस्तीफा दिया था, जहां वे ढाई साल तक ‘हम भारत के लोग’ और ‘खबरों की खबर’ जैसे प्रमुख शो होस्ट करते रहे।
लखनऊ में जन्मे सुमित अवस्थी का पत्रकारिता सफर करीब ढाई दशक पुराना है। आज तक, जी न्यूज, नेटवर्क18, एबीपी न्यूज और एनडीटीवी जैसे बड़े चैनलों में अहम भूमिकाएं निभा चुके सुमित को राजनीतिक विश्लेषण और तीखे सवालों के लिए जाना जाता है। दादा साहेब फाल्के एक्सीलेंस अवॉर्ड और माधव ज्योति सम्मान भी उन्हें मिल चुके हैं।
लेकिन इस बार उनकी नई पारी को लेकर चर्चा सिर्फ प्रोफेशनल नहीं, बल्कि राजनीतिक नजरिए से भी हो रही है। टाइम्स नाउ नवभारत पिछले कई सालों से ‘गोदी मीडिया’ के ठप्पे से जूझता रहा है। चैनल पर अर्नब गोस्वामी के दौर से लेकर अब तक सत्तारूढ़ दल के प्रति खुला समर्थन दिखाने के आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में कई मीडिया विश्लेषक मान रहे हैं कि सुमित अवस्थी की एंट्री चैनल की उस छवि को संतुलित करने की रणनीति का हिस्सा हो सकती है।
सुमित अवस्थी को लंबे समय से कांग्रेस के प्रति नरम रुख रखने वाला पत्रकार माना जाता रहा है। एनडीटीवी में उनके कार्यकाल के दौरान भी कई बार उनकी रिपोर्टिंग और सवालों को विपक्ष-मैत्रीपूर्ण कहा गया। यही वजह है कि सोशल मीडिया पर कुछ लोग मजाक उड़ा रहे हैं कि जैसे राजदीप सरदेसाई आज तक में “कांग्रेस वाले” बनकर बैठे हैं, वैसे ही सुमित टाइम्स नाउ नवभारत में “विपक्षी चेहरा” बनकर आए हैं।
हालांकि यह भी सच है कि आज के दौर में “गोदी पत्रकार” की परिभाषा इतनी उलझ गई है कि बड़े-बड़े नेता भी कन्फ्यूज हो जाते हैं। राहुल गांधी का वह वाकया अभी ताजा है, जब उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक महिला पत्रकार को ही “बीजेपी वाली” कहकर डांट दिया था, जबकि उसका पूरा कॅरियर कांग्रेस की विश्वासपात्र पत्रकार बन कर बिता है।
जैसे सुप्रिया श्रीनेत जो भारत की पहली गोदी एंकर कही जाती हैं क्योंकि उनके पिताजी उत्तर प्रदेश से कांग्रेस नेता थे और वह खुद चैनल में एंकर थीं। उनके लिए कांग्रेस में बड़े से बड़े नेता का दरवाजा खुला रहता था। वह चैनल में एंकर थीं और कांग्रेस परिवार में बेटी। गोदी मीडिया की इससे अच्छी व्याख्या क्या होगी?।
फिलहाल, सुमित अवस्थी की एंट्री से टाइम्स नाउ नवभारत को निश्चित तौर पर एक संतुलित और विश्वसनीय चेहरा मिलेगा। सवाल यह है कि क्या वे चैनल की मूल डीएनए को बदल पाएंगे या फिर सिर्फ “टोकन बैलेंस” बनकर रह जाएंगे? आने वाला वक्त बताएगा। लेकिन इतना तय है कि हिंदी न्यूज की जंग में एक नया अध्याय शुरू हो चुका है।



