भारत और पाकिस्तान के बीच उत्पन्न तनाव और युद्ध की परिस्थितियों के बीच सरकार द्वारा जनता को जागरूक करने तथा रक्षा सुरक्षा संबंधी निर्देश दिए जा रहे हैं। देश की जनता को उक्त सभी दिशा- निर्देश भलीभांति समझ में आएँ, इसके लिए यह आवश्यक है कि ऐसे सभी निर्देश व अन्य सूचनाएँ भारतीय भाषाओं में दी जाएँ ताकि सामान्य जनता इन निर्देशों को समझ कर उसके अनुसार रक्षा-सुरक्षा संबंधी दिशा निर्देशों का सही ढंग से पालन कर सके। राष्ट्र तथा राष्ट्र के नागरिकों की रक्षा-सुरक्षा की दृष्टि से यह अत्यंत आवश्यक है।
अतः केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों से अनुरोध है कि राष्ट्रहित में उक्त सभी दिशा – निर्देश राज्य की राजभाषा के साथ-साथ भारत संघ की राजभाषा में भी अवश्य दिए जाएं। क्योंकि प्रत्येक राज्य में बड़ी संख्या में अन्य राज्यों के भी लोग होते हैं जिनके विभिन्न राज्यों में स्थानांतरण होते रहते हैं। इसके अतिरिक्त ये सूचनाएँ उन भाषाओं में भी दी जानी चाहिए जिनको समझने वाले किसी प्रदेश में बड़ी संख्या में रहते हैं। राष्ट्रहित में ऐसी सूचनाएंँ समाचार पत्रों के माध्यम से राज्य में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों में उसी भाषा में दी जानी चाहिए जिस भाषा में समाचार पत्र प्रकाशित हो रहा है।
यदि उपरोक्त सभी सूचनाएँ जनता को जनता की भाषा में दी जाएँगी तो उसके प्रभावी परिणाम सामने आएंगे।