गुजरात के गांधीनगर टाउन हॉल में राष्ट्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित तबलानवाज़ पद्म श्री उस्ताद अलारखान के १००वे जन्मजयंती वर्ष के उपलक्ष्य में उदगम चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा गुजरात राज्य संगीत नाटक अकादमी और नितिन चैरिटेबल ट्रस्ट सहयोग से दो दिवसीय दूसरे उदगम म्यूज़िक फेस्टिवल का आयोजन किया गया।
उदगम चेरिटेबल ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. मयूर जोशी ने उदगम म्यूजिक फेस्टिवल में स्वागत भाषण दिया। समारोहमें मुख्य अतिथि डॉ। जयंती एस. रवि, प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, गुजरात राज्य और विशेष अतिथि डॉ, नितिन सुमंत शाह, मेनेजिंग ट्रस्टी, नितिन चैरिटेबल ट्रस्ट, अहमदाबाद एवं उदगम के ट्रस्टी ध्रुवभाई जोशी उपस्थित रहे। समारोह के मुख्य अतिथि डॉ। जयंती एस रवि ने शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने के लिए उदगम ट्रस्ट के प्रयासों की सहराहना करते हुए डॉ. मयूर जोशही को सुन्दर आयोजन के लिए बधाई दी। उदगम कला सम्म्मान से डॉ, नितिन सुमंत शाह, मेनेजिंग ट्रस्टी, नितिन चैरिटेबल ट्रस्ट, अहमदाबाद और गांधीनगर के कलारक्षक दंपति जयराज सिंह और आशा सरवैया को सम्मानित किया गया।
पहले दिन उदगम म्यूज़िक फेस्टिवल की पहली बैठकमें पंडित सिद्धार्थ बनर्जी और उनके साथ संगत की पंडिता अनुराधा पालजीने अपनी प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।
दूसरी बैठक की शुरुआत नवाज़ पद्मश्री उस्ताद अल्लखन साहब के पोते,अज़ान कुरैशीने पियानो बजाते हुए की और उनके बाद उस्ताद अलारखान के पुत्र उस्ताद फ़ज़ल कुरैशी और रवि चारी की, साथ ही उस्ताद अलारखान इंस्टीटूट के स्टूडनेटस के साथ शास्त्रीय और फ्यूज़न की प्रतुती कर प्रेक्षको को आफरीन कर दिया था l
दूसरे दिन पंडित सिद्धार्थ बनर्जी ने शास्त्रीय संगीत के छात्रों के लिए की गयी कार्यशालाओं में विभिन्न रागी रागिनियों और लय पर चर्चा की और रियाज़ का महत्व समझाया और कैसे करना है इसका मार्गदर्शन दिया। मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. मयूर जोशी को अगले साल बड़ी संख्या में तीसरे उद्घाटन संगीत समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया ।