वाराणसी में बड़ौनी कला के रहने वाले पलटू यादव और शुभम यादव जंसा शिवमन्दिर कावड़ लेके जा रहे थे जल चढ़ाने राजातालाब रेलवे फाटक के पास 10,12 मुसलमानों रुकवा के नाम पूछा और बोले, बोल बम का नारा यहां क्यों लगा रहे हो, उसके बाद बोले अल्लाह हो अकबर बोलो और इस्लाम कबूल कर लो, जब शुभम ने विरोध किया तब दोनों को दौड़ा-दौड़ा पीटा और धारदार हथियार से हमला किया। दोनों हॉस्पिटल में भर्ती है, जब पीछे से अन्य कांवड़िए आए तब छोड़ के भागे।
विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष राजेश पांडेय जब पहुंचे और कांवड़ियों के साथ रास्ता जाम किया फिर पुलिस ने 06 को गिरफ्तार किया। तगड़ा हंगामा हुआ कल। फिलहाल सब शांत है। अब देखना है अखिलेश यादव अपना MY समीकरण देखेंगे या कुछ बोलेंगे?
घटना का विवरण:
स्थान और समय: यह घटना वाराणसी के राजा तालाब रेलवे फाटक के पास, जंसा-राजातालाब पंचकोशी मार्ग पर, 28 जुलाई 2025 को शाम करीब 5 बजे हुई।
पीड़ित: बड़ौनी कला के निवासी पलटू यादव और शुभम यादव, जो कांवड़ लेकर जंसा शिव मंदिर जल चढ़ाने जा रहे थे।
घटना का कारण: स्रोतों के अनुसार, पलटू और शुभम “हर-हर महादेव” और “बोल बम” के नारे लगा रहे थे। 10-12 युवकों, जिन्हें कुछ स्रोतों में मुस्लिम बताया गया है, ने उन्हें रोककर नारे लगाने से मना किया और कथित तौर पर “अल्लाह हू अकबर” बोलने और इस्लाम अपनाने के लिए कहा। विरोध करने पर दोनों पर हमला हुआ।
हमले का स्वरूप: दोनों कांवड़ियों को कथित तौर पर सड़क और गलियों में दौड़ाकर पीटा गया। पलटू यादव पर धारदार हथियार से हमला हुआ, जिससे उनका सिर फट गया। शुभम भी घायल हुए। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रतिक्रिया: घटना के बाद अन्य कांवड़ियों ने पंचक्रोशी मार्ग अंडरपास पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष राजेश पांडेय भी मौके पर पहुंचे। गुस्साए कांवड़ियों ने हंगामा किया और कार्रवाई की मांग की।
पुलिस कार्रवाई: पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। X पर एक पोस्ट के अनुसार, 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने जंसा-राजातालाब मार्ग को सील कर दिया और तीन थानों की फोर्स तैनात की गई। हालांकि, कुछ स्रोतों में कहा गया है कि खबर लिखे जाने तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी। अब स्थिति शांत है, लेकिन पुलिस क्षेत्र में निगरानी रख रही है।
अखिलेश यादव और MY समीकरण:
आपने अखिलेश यादव के MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण का जिक्र किया। इस घटना के संदर्भ में, अभी तक कोई स्रोत नहीं मिला जो यह दर्शाता हो कि अखिलेश यादव ने इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान दिया हो। हालांकि, अखिलेश हाल ही में अन्य मुद्दों पर सक्रिय रहे हैं, जैसे वाराणसी में बुलडोजर कार्रवाई पर तंज कसना। MY समीकरण समाजवादी पार्टी की रणनीति का हिस्सा रहा है, लेकिन इस घटना के संदर्भ में इसका कोई स्पष्ट उल्लेख स्रोतों में नहीं है।
पुलिस ने आरोपियों की तलाश तेज कर दी है, और क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
यह घटना सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बनी, जहां इसे धार्मिक आधार पर हमले के रूप में देखा जा रहा है।
सावधानी:
इस तरह की घटनाओं में पक्षपातपूर्ण या अतिशयोक्तिपूर्ण दावे हो सकते हैं, इसलिए इसे सावधानी से देखना चाहिए।
यह घटना वाराणसी में धार्मिक तनाव का एक उदाहरण बन गई, जिसमें कांवड़ियों पर हमला हुआ और इसके बाद हंगामा और सड़क जाम हुआ। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और कुछ गिरफ्तारियां की हैं। अखिलेश यादव की ओर से अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अगर आपको और विशिष्ट जानकारी चाहिए, जैसे किसी खास पहलू या अपडेट, तो कृपया बताएं। मैं उपलब्ध स्रोतों के आधार पर और जानकारी प्रदान कर सकता हूं।