कल के विरोध प्रदर्शन के बाद कांग्रेस के पूरे इको सिस्टम ने अशोक श्रीवास्तवजी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आईटी से अलग अलग जाने अनजाने अकाउंट से उन पर हमला कर रहा था। सुप्रिया श्रीनेत सहित कांग्रेस के कई प्रवक्ताओं ने उनके खिलाफ ट्वीट किए। कांग्रेस के लिए काम करने वाले पत्रकार और आईटी सेल वाले लगातार उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। हालांकि अशोकजी इन बातों की चिंता नहीं की कभी लेकिन जब कुछ लोगों ने उनके पिताजी के खिलाफ भी अभद्रता से लिखा तो यह बात वास्तव में बहुत बुरा लगने वाली थी। वैसे यह कांग्रेस का वर्क कल्चर है। वह व्यक्ति से नहीं जीतती तो उनके परिवार पर हमला करती है। पिछले दिनों हर्षवर्धन त्रिपाठीजी ने तय किया कि परिवार के साथ वे सोशल मीडिया पर तस्वीर नहीं डालेंगे।
आज बात टिप्पणियों से आगे बढ़ गई। जब देर रात अशोक श्रीवास्तव ऑफिस से निकले तो एक बड़ी सी गाड़ी पीछे से आकर जोर से टक्कर मार दी। बकौल अशोकजी— पता नहीं यह संयोग है या प्रयोग।
वे सुरक्षित हैं लेकिन उनकी गाड़ी को टक्कर ने काफी डेमेज कर दिया है। क्या डर का माहौल बनाने वाली कांग्रेस डराने की कोशिश कर रही है?