पहली जनवरी को जापान में आए शक्तिशाली भूकंप से मरने वालों की संख्या 65 हो गई है। वाजिमा में बत्तीस, सुजु में 22 और नानाओ में पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। नोटो और अनामिजू में दो-दो तथा हकुई और शिका में एक-एक लोगों की मौत की पुष्टि हुई। तैंतीस हजार से अधिक लोग राहत केंद्रों में रह रहे हैं।
भूकंप से प्रभावित इमारतों और घरों के मलबे में अब भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा है कि सरकार प्राथमिक चिकित्सा और राहत प्रदान करने की अपनी पूरी कोशिश कर रही है। इस बीच, जापान मौसम विभाग ने वाजिमा शहर में तेज वर्षा की चेतावनी जारी की है। नोटो प्रायद्वीप के निवासियों से भूस्खलन और चट्टान गिरने के प्रति सतर्क रहने का आह्वान किया गया है।
जापान में आज पश्चिमी प्रशांत महासागर में रिक्टर पैमाने पर छह दशमलव छह की तीव्रता वाला भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप का झटका सुबह 11 बजे इजूचेन में तोरीशिमा के निकट 10 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज किया गया। जापान के मौसम विभाग ने भूकंप के और झटके आने के प्रति लोगों को आगाह करते हुए सतर्क रहने को कहा है। मौसम विभाग ने सुनामी की चेतावनी जारी करते हुए तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा था।