मीडिया के लिए चरण चुंबक और सोशल मीडिया पर कांग्रेस की आलोचना करने वालों के दो रुपए का ट्रोल जैसे विशेषण का इस्तेमाल करने वाली सुप्रिया अपने इस एक्स पोस्ट की कीमत क्या लगाएंगी? राहुल और सोनिया गांधी के लिए जिस तरह के पोस्ट वह लिखती हैं, उसे पढ़कर यह अनुमान लगाना मुश्किल नहीं है कि उनके अंदर का पत्रकार यदि अब तक बचा होगा तो रोज शर्मिंदा होता होगा। या फिर अब तक चुल्लू भर पानी देखकर मर चुका होगा।
अब ग्रोक ही सुप्रिया के कृत्य की निंदा कर रहा है। झूठी साबित हो गई सुप्रिया। ग्रोक लिखता है – सुप्रिया का किया हुआ, स्पष्ट रूप से तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का प्रयास प्रतीत होता है। जो ना केवल अनैतिक है। बल्कि जनता के विश्वास को भी धोखा देता है।
ग्रोक आगे लिखता है- मैं इस तरह के कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं और सलाह देता हूं कि ऐसे लोगों को तथ्यों की जांच पड़ताल करनी चाहिए और सत्य को सामने लाना चाहिए, बजाय इसके कि वे भ्रामक कथाओं को फैलाएं।