अब मीडिया की ‘गैरजिम्मेदार’ रिपोर्टिंग पर लगेगी लगाम

मैसूर जिला कन्नड़ साहित्य परिषद की ओर से आयोजित एक बुक लॉन्चिंग के मौके पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उनकी सरकार मीडिया, खासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर लगाम लगाने के लिए एक कानून बनाने पर विचार कर रही है, ताकि इसकी गैरजिम्मेदाराना रिपोर्टिंग पर लगाम लग सके।

कुमारस्वामी का कहना था कि मीडिया की इस तरह की गैरजिम्मेदाराना रिपोर्टिंग को देखते हुए उन्होंने पिछले एक महीने से मीडिया से बात करना बंद कर दिया है।

कुमारस्वामी का यह भी कहना था, ‘हालांकि पूर्व मंत्री और जेडी (एस) चीफ एएच विश्वनाथ ने अपने भाषण में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मीडिया को संबोधित करने से डरते हैं, लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं है। मीडिया के साथ मेरे काफी अच्छे रिश्ते रहे हैं, लेकिन अब चूंकि मीडिया गैरजिम्मेदार रिपोर्टिंग कर रही है, खासकर नेताओं को जोकर्स की तरह दिखाया जाता है, मैं अब मीडिया से उतनी बात नहीं करता हूं।’

कुमारस्वामी ने कहा, ’यदि किसी टीवी चैनल के मुखिया के पास पर्याप्त अच्छी स्टोरी नहीं हैं तो उसे चैनल को बंद कर अपने घर चले जाना चाहिए, लेकिन गलत रिपोर्टंग नहीं करनी चाहिए। इस तरह की फर्जी खबरें और बेकार की डिबेट न तो समाज और न ही लोगों के किसी काम की हैं। पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में नैतिकता होती थी, लेकिन अब अधिकांश चैनल नैतिकता का पालन नहीं करते हैं। मीडिया को यह समझना चाहिए कि मैं उनकी रिपोर्टिंग के कारण नहीं, बल्कि राज्य की 6.6 करोड़ जनता के कारण अपने पद पर बना हुआ हूं।

मीडिया से अपनी नाराजगी जताते हुए कुमारस्वामी का यह भी कहना था कि मीडिया ने उनके अच्छे कामों की बजाय गलत और झूठी रिपोर्ट्स पर फोकस किया है। उन्होंने कहा, ‘लोग मेरे पास रोजाना विभिन्न परेशानियां लेकर आते हैं और मैं उनकी मदद करने की कोशिश करता हूं लेकिन मीडिया सूखे समेत लोगों की परेशानियों को हाईलाइट नहीं करना चाहता है, बल्कि उसका पूरा ध्यान सनसनीखेज अथवा झूठी खबरों पर रहता है।’

आखिर में उन्होंने कहा, ‘क्या आपको लगता है कि सरकार चुप बैठी रहेगी। सरकार एक ऐसा कानून बनाने पर विचार कर रही है, जिससे इस तरह की गैरजिम्मेदार रिपोर्टिंग पर लगाम लगाई जा सके।’

बाबा रामदेव ने संभाली आरोपों में घिरी अमेजॉन के बायकॉट की कमान

हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के कारण सोशल मीडिया पर अमेजॉन के बायकॉट की मुहिम शुरू हो गई है। इस बार इस अभियान की कमान योगगुरु बाबा रामदेव के हाथों में है। बाबा ने #अमेजनमाफीमांगे, #AmazonInsultsHindu जैसे हैशटैग के साथ अपने ट्विटर हैंडल पर कंपनी के खिलाफ कई सवाल उठाए हैं।

अमेजॉन की ऑनलाइन सूची में हिंदू देवताओं की तस्वीर वाले टॉयलेट सीट कवर, योगा मैट, कपड़े के जूते, कालीन और अन्य उत्पाद दिख रहे थे। यह खबर सामने आते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। ट्विटर पर हजारों प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। थोड़े ही वक़्त में कंपनी के खिलाफ 24,000 से ज्यादा ट्वीट किए गए।

‘बायकॉट अमेजॉन’ ट्विटर पर सबसे अधिक ट्रेंड कर रहा था। कुछ लोगों ने अपने ट्वीट में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी टैग किया, ताकि अमेजॉन पर दबाव बनाया जा सके। बाबा रामदेव सहित सभी लोगों का कहना है कि हिंदू धर्म के अपमान के लिए कंपनी पर कार्रवाई होनी चाहिए। उधर, अमेजॉन का कहना है कि उसके सभी विक्रेताओं को कंपनी के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए। जो ऐसा नहीं करता, उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। कंपनी के मुताबिक, जिन उत्पादों को लेकर सवाल उठाया जा रहा है, उन्हें ऑनलाइन स्टोर से हटाने का काम शुरू हो चुका है।

बाबा रामदेव ने अपने ट्वीट में अमेजॉन पर मौजूद उत्पादों की फोटो भी शेयर की है, जिसमें हिंदू देवी-देवताओं वाले टॉयलेट सीट कवर, जूते आदि नज़र आ रहे हैं। बाबा के ट्वीट को 11 हजार के आसपास लाइक मिले हैं, जबकि लगभग सात हजार बार उसे रीट्वीट किया गया है। इसके अलावा डेढ़ हजार लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें से अधिकांश में कंपनी के खिलाफ गुस्सा है।

पत्रकार के सवाल पर भड़क गए शाहिद कपूर

फिल्म ‘कबीर सिंह’ के ट्रेलर की रिलीज़ के मौके पर एक पत्रकार के सवाल पर अभिनेता शाहिद कपूर इतने खफा हुए कि तू-तड़ाक पर ही उतर आये। ‘कबीर सिंह’ 21 जून को बड़े पर्दे पर आएगी। इस फिल्म में शाहिद के अलावा कियारा आडवाणी भी हैं। गुरुवार को फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ किया गया। इस दौरान पत्रकारों ने शाहिद और कियारा से फिल्म से जुड़े सवाल भी पूछे। इसी बीच, वहां मौजूद एक पत्रकार ने कियारा से पूछ लिया कि फिल्म में कितने किसिंग सीन हैं। दरअसल, 2 मिनट 43 सेकंड के ट्रेलर में कुछ किसिंग सीन भी दिखाए गए हैं। यही देखकर पत्रकार के मन में उक्त सवाल जागा और उसने तुरंत पूछ लिया।

कियारा ने बिना किसी झिझक के जवाब देते हुए कहा,‘मैंने गिने नहीं हैं, इसके लिए आपको थियेटर में फिल्म देखनी होगी।’ इससे पहले कि पत्रकार कुछ पूछ पाता, शाहिद ने बीच में बोलते हुए कहा, ‘उसी का पैसा है।’ इसके बाद कुछ अन्य पत्रकारों ने सवाल-जवाब किये, लेकिन ‘किसिंग सीन’ जानने को उत्सुक पत्रकार से ज्यादा देर तक खामोश नहीं रहा गया। कुछ देर के बाद उसने फिर कियारा से वही सवाल पूछा। यह देखकर शाहिद कपूर भड़क गए और उन्होंने पत्रकार को जमकर लताड़ा। शाहिद ने कहा, ‘तेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं क्या काफी टाइम से? मैंने कहा देखना है तो पैसा देना पड़ेगा। यह नहीं बोला कि पैसा उसी का है। वो ही तूने समझा और ऐसा तेरे दिमाग में अटक गया।’

शाहिद इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा, ‘अरे पप्पी छोड़कर कुछ और भी पूछो। एक्टिंग भी की है, लोगों ने इस फिल्म में।’ इसके बाद पत्रकार खामोश हो गया। शाहिद के गुस्से को देखते हुए किसी दूसरे पत्रकार ने ‘किसिंग सीन’ को लेकर कोई सवाल नहीं पूछा। वैसे यह कोई पहला मौका नहीं है, जब कलाकार इस तरह से पत्रकारों पर भड़के हों। पहले भी ऐसा होता रहा है, लेकिन गुस्सा व्यक्त करने की भी एक मर्यादा होती है। शाहिद को यदि सवाल पसंद नहीं आया था तो वो यह बात अच्छे से समझा भी सकते थे। इस तरह ‘तू-तड़ाक’ पर उतर आना कहाँ तक जायज है?

कवरेज के दौरान फोटो जर्नलिस्ट की चली गई जान

आंध्रप्रदेश के नेल्लोर जिले में करंट लगने से फोटो जर्नलिस्ट की मौत का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि अनंत पद्मनाभम उर्फ आनंद नामक फोटो जर्नलिस्ट चित्तूर में चल रहे गंगम्मा जात्रा उत्सव में कवरेज के लिए गए थे। तभी अचानक वे करंट की चपेट में आ गए। झुलसी हालत में अनंत पद्मनाभम को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।

सूचना मिलते ही जिले के वरिष्ठ अधिकारी अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली। अनंत पद्मनाभम की मौत पर आंध्र प्रदेश फोटो जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने शोक जताते हुए उनके परिजनों के साथ हमेशा खड़े रहने का आश्वासन दिया है।

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