आज जिसे हम बांग्लादेश कहकर पुकारते हैं, वह पहले पाकिस्तान का हिस्सा था। उसे पूर्वी पाकिस्तान कहा जाता था। पश्चिम पाकिस्तान जो अब पाकिस्तान है। वहां का सिंध और पंजाब वाला हिस्सा था, वह पाकिस्तान में हमेशा से हावी रहे। दूसरी तरफ पूर्वी पाकिस्तान में थोड़ी गरीबी थी क्योंकि उसकी हमेशा से देश में उपेक्षा होती थी। यह क्षेत्र बंगाली मुसलमान बहुल क्षेत्र था। जिन्हें सिंध और पंजाब के मुसलमान हेय दृष्टि से देखते थे। उनका प्रभुत्व पाकिस्तान पर चल रहा था। यहां उल्लेखनीय है कि पूर्वी पाकिस्तान की जनसंख्या पाकिस्तान के अंदर पश्चिमी पाकिस्तान से अधिक थी।
पूर्वी पाकिस्तान के हिस्से में उन दिनों जहां 162 सीट आती थी, वहीं पश्चिमी पाकिस्तान के हिस्से में 138। इसलिए पाकिस्तान में 1970 के ऐतिहासिक चुनाव में पूर्वी पाकिस्तान के बड़े ही लोकप्रिय नेता शेख मुजीबुर रहमान की जीत हुई। शेख मुजीबुर की ही बेटी बांग्लादेश की नि-वर्तमान प्रधानमंत्री शेख हसीना हैं। 1970 में पाकिस्तान में चुनाव जीतने के बावजूद पश्चिमी पाकिस्तान के नेताओं ने उन्हें प्रधानमंत्री मानने से इंकार कर दिया।
लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनाव जीतने के बाद भी जब उन्हें प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया जाता तो वे पाकिस्तान में बगावत करते हैं और मुक्ति वाहिनी के नाम से अपनी एक सेना बनाते हैं। इस सेना को बनाने में उन्होंने भारत की सरकार से भी मदद ली और 1971 में पश्चिमी पाकिस्तान के तानाशाहों को धूल चटाकर उन्होंने पूर्वी पाकिस्तान की जमीन को उनसे छीन लिया। इस तरह पश्चिमी पाकिस्तान से मुक्त होकर पूर्वी पाकिस्तान 1971 में एक स्वतंत्र मुल्क बांग्लादेश बना।