दिल्ली :- जहां एक ओर भारत नीत नए आयामो की ओर आगे बढ़ रहा है वहीं पर्यावरण को लेकर हर दिन एक नया खतरा मंडरा रहा है। बढ़ता प्रदूषण आज हमारे जीवन को काफी प्रभावित कर रहा है ऐसे में अगर हम समाधान की बात करें तो हम इस धरती पर जितने अधिक से अधिक वृक्ष लगाएंगे उतनी ही जल्दी हम इस प्रदूषण से पर्यावरण को बचा पाएंगे। उक्त बात ग्लोबल वेद फाउंडेशन के संस्थापक श्री गौरव शर्मा जी ने स्थापना दिवस पर कहीं।
वही संस्थान ने अपने स्थापना दिवस पर दिल्ली के मुखर्जी नगर स्थित साहिबी नदी के किनारे वृक्षारोपण किया एवं युवाओं को जीवन में योग का महत्व समझाते हुए उनको योग का प्रशिक्षण भी दिया साथ ही लोगो को पर्यावरण जारूकता को लेकर जन जागरण किया।
जब संस्था के निदेशक अर्पित शर्मा जी से बात की तो उन्होंने बताया कि संस्थान के स्थापना दिवस पर वृक्ष लगाने की यह शुरुआत है हमारी बाकी हमने संकल्प लिया है कि हम पूरे भारत में 10 लाख वृक्षारोपण करेंगे और अधिक से अधिक लोगों को इसके लिए जागरूक करेंगे, इसी के साथ अगर कोई व्यक्ति अपने किसी विशेष प्रयोजन से वृक्ष लगवाना चाहेगा तो संस्था उनसे एक सामान्य राशि लेगी इसके बदले उस वृक्ष को लगाने से लेकर उसकी पूरी देखभाल की जबाबदारी संस्था के सदस्यों की होगी।
ग्लोबल वेद फाउंडेशन के 16 बच्चे पास कर चुके है UPSC परीक्षा
जब निदेशक अर्पित शर्मा जी से विस्तृत बात की तो उन्होंने बताया कि ग्लोबल वेद फाउंडेशन की स्थापना 2 अगस्त 2018 में हुई थी मगर इसका पंजीकरण 2022 में किया गया संस्थान की स्थापना बिहार के छोटे से जिले अरवल के लक्ष्मणपुर बाथे गांव के गौरव शर्मा जी ने की। उन्होंने गरीबी और कई कठिनाइयों से निकलकर 2017 में UPSC की परीक्षा पास कर भारत सरकार के रेलवे विभाग में आईआरपीएस के पद पर नियुक्ति प्राप्त की एवं उसके बाद उन्होंने सोचा कि जो परेशानी उन्हें हुई है वह परेशानी भारत की नई पीढ़ी को नहीं होने देंगे और इसी को ध्यान में रखकर उन्होंने ग्लोबल वेद फाउंडेशन की स्थापना की। जिसमें जो बच्चे आर्थिक रूप से असहाय हैं और UPSC की तैयारी करना चाहते है तो संस्थान द्वारा उनकी एक परीक्षा ली जाती है, जब वह परीक्षा पास करता है तो उसका पूरा खर्च एवं पढाई दिल्ली में संस्थान के द्वारा किया जाता है। ग्लोबल वेद फाउंडेशन की स्थापना से लेकर अभी तक देश में 16 बच्चे UPSC की परीक्षा पास कर चुके हैं और 14 बच्चे इस बार की परीक्षा में मेंस दे रहे है और कुल 45 से अधिक बच्चे संस्थान के अंदर तैयारी कर रहे हैं।