2024 में 36 देशों से लगभग 2000 प्रविष्टियां आईं । 2014 में अपनी शुरुआत के बाद से यह प्रतियोगिता मॉस्को, केप टाउन, बुडापेस्ट, मैड्रिड, नई दिल्ली, शारजाह, बेलग्रेड, न्यूयॉर्क, अंकारा, ब्यूनस आयर्स और अन्य शहरों सहित दुनिया भर में प्रदर्शित हो रही है। नई दिल्ली में आयोजित प्रदर्शनी में तस्वीरों का एक आकर्षक संग्रह प्रदर्शित किया गया, जिसमें दुनिया भर की शक्तिशाली और रोचक कहानियों को उजागर किया गया, जिसमें संस्कृति, संघर्ष और विजय के क्षण कैद किए गए।
प्रतियोगिता की शुरुआत 22 दिसंबर, 2014 को रोसिया सेगोदन्या अंतर्राष्ट्रीय सूचना एजेंसी द्वारा यूनेस्को के लिए रूसी संघ के आयोग के तत्वावधान में की गई थी। प्रतियोगिता का नाम आंद्रेई स्टेनिन के नाम पर रखा गया है, जो रोसिया सेगोदन्या के विशेष फोटो पत्रकार थे, जिनकी ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो गई थी। 2014 में इसकी शुरुआत से ही भारतीय फ़ोटोग्राफ़र इस प्रतियोगिता के विजेताओं में शामिल रहे हैं। विदेशी देशों से प्रविष्टियों की संख्या के मामले में भारत का रिकॉर्ड है।