पत्रकार अपनी संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करे

1200-675-23880498-thumbnail-16x9-sc.jpg

अशोक श्रीवास्तव

कल सुधीर पांडे नाम के एक  पत्रकार ने यूपी के कुशीनगर के सहरोलिया गांव से एक ग्राउंड रिपोर्ट करते हुए यह आरोप लगाया कि वहां एक बड़ी जमीन सपा सरकार ने एक पत्रकार को दी थी। उस ट्वीट को मैंने कोट ट्वीट करते हुए कुछ ट्वीट करे, जिनमें से एक ट्वीट यूपी सरकार को भी टैग किया था कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।

बाद जब कुछ लोगों ने सुधीर पांडे की रिपोर्ट में उठाए गए तथ्यों को लेकर सवाल उठाए तो मैंने खुद किसी के माध्यम से सुधीर पांडे से संपर्क किया और उनसे उनकी खबर की पुष्टि करनी चाही। सुधीर पांडे ने कहा कि उनकी खबर पक्की है, और इसके दस्तावेज भी उनके पास हैं। लेकिन उनकी बात से मुझे लगा कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट में एक चैनल का नाम गलत बोल दिया है।   उनकी इस स्वीकारोक्ति के बाद मैने चैनल का नाम वाला वो कोट ट्वीट डिलीट कर दिया। लेकिन यूपी सरकार से मामले की जांच का मेरा ट्वीट अभी भी कायम है। और वैसे भी मै हमेशा इस बात का पक्षधर रहा हूं कि सभी पत्रकारों और चैनल के मालिकों को अपनी संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करनी चाहिए ताकि जनता को हमारी ईमानदारी पर शक न हो और इस तरह के सभी आरोपों की सच्चाई सामने आ सके।  मेरा कोट ट्वीट भी इसी भावना के तहत किया गया था। 

और आज पुनः मै इस बात को सार्वजनिक मंच से उठा रहा हूं। सभी पत्रकार/ यूट्यूबर और चैनल मालिक अपनी आय व्यय और अपनी/ अपने ब्लड रिलेटिव्स की संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करें। सभी लोग इसे स्वीकार करेंगे तो मै सबसे पहले ऐसा करूंगा 

जहां तक सुधीर पांडे की रिपोर्ट की बात है, वे अब भी अपनी बात पर  कायम हैं उन्होंने वो रिपोर्ट डिलीट नहीं की है उन्होंने पुनः ट्वीट करके अपनी रिपोर्ट की पूरी जिम्मेदारी ली है और कहा है कि कोर्ट में मामला जायेगा तो यूपी में पत्रकारों को ज़मीने बांटने के कुछ और केस खुलेंगे। उन्होंने अपनी कुशीनगर रिपोर्ट से जुड़े दस्तावेज भी जल्द ही उपलब्ध कराने की बात कही है।

लेकिन इस बीच उस चैनल ने अपने स्टिंगर और रिपोर्टर्स से यूपी के अलग अलग थानों में FIR लिखानी शुरू कर दी है। और सुधीर पांडे पर नहीं मुझे जानबूझकर निशाना बना रहे हैं। जाहिर सी बात है कि इको सिस्टम को मुझ पर निशाना साधना ज्यादा मुफीद लगता है। ताकि मैं डर जाऊं और भविष्य में पत्रकारों और चैनल मालिकों की संपत्ति को सार्वजनिक करने की अपनी मांग से पीछे हट जाऊं। फिलहाल मैं सुधीर के डॉक्यूमेंट्स लाने के दावे की प्रतीक्षा कर रहा हूं।

Share this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

scroll to top